इंदौर। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दावा किया है कि इंदौर के उपचुनाव वाले सांवेर विधानसभा क्षेत्र में जो नोटों से भरी कार पकड़ी गई है वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता की है। इसलिए चुनाव आयोग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। कार्यवाही करने वाले पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कार का मालिक सर्राफा व्यापारी है। कारोबार के सिलसिले में इंदौर आया था।
सांवेर में कार में मिले नोट, वोट ख़रीदने के लिए थे: कांग्रेस पार्टी का दावा
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज ऑफिशल प्रेस रिलीज में कहा कि इंदौर के सांवेर रोड के चौराहे पर एक कार में मिली नगद 50 लाख 90 हजार की राशि के मामले पर चुनाव आयोग संज्ञान ले व प्रशासन निष्पक्षता से इसकी जांच करें क्योंकि कांग्रेस को यह ज्ञात हुआ है कि यह राशि भाजपा द्वारा सांवेर क्षेत्र के मतदाताओं को बांटने के लिए भेजी जा रही थी।
सुनार की कार पकड़ी तो भाजपा के नेता सक्रिय क्यों हुए: कांग्रेस का सवाल
इटारसी के जिस सोनी नाम के व्यापारी की कार में यह राशि बरामद हुई है, उसने स्पष्ट रूप से यह स्वीकारा है कि वह आरएसएस का स्वयंसेवक है, उसका परिवार और वह भाजपा- आरएसएस से जुड़े हुए हैं। उक्त वाहन के पकड़े जाने के बाद जिस प्रकार सांवेर क्षेत्र के प्रत्याशी और मंत्री तुलसी सिलावट और भाजपा नेताओं की त्वरित बयानबाजी व सक्रियता सामने आयी, उसी से समझा जा सकता है कि चोर की दाढ़ी में तिनका ? जिस प्रकार से भाजपा के प्रत्याशी व भाजपा नेता उक्त व्यापारी का खुलकर पक्ष ले रहे थे, उसे सर्राफ़ा व्यापारी बता रहे थे, उसे क्लीनचिट देने का प्रयास कर रहे थे, उसी से समझा जा सकता है कि दाल में कुछ काला है।
सांवेर रोड पर कौन सा सराफा बाजार है, नोटों से भरी कार कहां जा रही थी
यदि वह सराफ़ा व्यापारी है तो सांवेर रोड पर कौन सा सराफा बाजार है, जहां वो इतनी बड़ी नगद राशि व्यापारियों की देने जा रहा था और नियम के अनुसार दो लाख से अधिक की राशि के नगद लेनदेन पर रोक है तो इतनी बड़ी नगद राशि लेकर वह किसे देने जा रहा था ? इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होना चाहिए। भाजपा इसी तरह के हथकंडे अपनाकर व मतदाताओं को प्रलोभन देकर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है।