जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित अधारताल क्षेत्र के कारोबारी अंकित श्रीवास्तव व उनके परिजनों पर इंदौर के लसूडिय़ा थाना में दहेज की मांग का प्रकरण दर्ज किया गया है। यहां तक कि अंकित के पिता पुलिस विभाग में निरीक्षक के पद पर पदस्थ है तो जबलपुर एसपी को भी इस मामले की शिकायत की गई है।
बताया गया है कि इंदौर निवासी प्रीतम कुमार सक्सेना की इंजीनियर बेटी का विवाह अधारताल जबलपुर के कारोबारी अंकित श्रीवास्तव के साथ तय हुआ था। दोनों परिवारों के बीच बिना किसी दान दहेज की शादी करने की बात हुई साथ ही यह भी चर्चा की गई शादी के रिसेप्शन व अन्य कार्यक्रमों का खर्च भी आधा-आधा वहन किया जाएगा, इसके बाद बाद ही 20 जनवरी को पुत्री के पिता के यहां इन्दौर में रोके की रस्म पूरी की गई। 29 मार्च 2020 को सगाई, 07 मई को लगुन एवं 10 मई को शादी करने का निश्चय हुआ. रस्में पूरी होने के करीब एक माह बाद ही लड़के पक्ष ने चार लाख रुपए की मांग की। जिसमें शादी का आधा खर्च भी शामिल रहा, लड़की के पिता ने उक्त राशि लड़के अंकित के खाते में जमा करा दी।
लॉक डाउन के कारण शादी के कार्यक्रम संपन्न नहीं हो सके, जिसके चलते 17 जुलाई को सगाई की रस्म पूरी गई जिसमें लड़के वालों ने चांदी के कटोरे में 21 हजार रुपए रखकर रस्म पूरी करने की शर्त रखी थी। इसके बाद शादी के सभी कार्यक्रम जबलपुर के होटल विजन महल में करने की शर्त व शादी के सारे खर्चे लड़की वालों को ही वहन करने की बात कही। अचानक रखी गई शर्त से लड़की पक्ष के लोग परेशान हो गए। उन्होने जबलपुर आकर लड़के पक्ष के लोगों से बात तो उन्होने यही बात फिर दोहराई कि शादी का खर्च लड़की वालों को ही पूरा देना होगा, लगुन में दो लाख 51 हजार रुपए, हीरे की अंगूठी सहित अन्य सामान की लिस्ट पकड़ा दी। लड़की के पिता ने मांगे पूरी न करने की बात कही तो शादी को लेकर टालमटोल की जाने लगी। इस बात से व्यथित लड़की के पिता ने इंदौर के लसूडिय़ा थाना में शिकायत की, जिसपर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।