जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के मेडिकल कॉलेज के होस्टल में को भगवत देवांगन ने पंखे में रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह मेडिकल कॉलेज में पीजी का छात्र था तथा तीन दिन पहले ही वह घर से लौटा था।
छात्र मूलत: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के चांपा का रहने वाला था। छोटे भाई ने दोपहर 3.30 बजे के लगभग कॉल किया। फोन न उठने पर उसने भाई के दोस्त को कॉल किया। वे पता करने पहुंचे तो दरवाजा बंद मिला। खिडक़ी से झांक कर देखा तो वह पंखे से लटका था। इसके बाद दरवाजा तोडकऱ उसे निकाला गया। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया। परिजन जबलपुर के लिए निकल दिए हैं।
गढ़ा टीआई राकेश तिवारी ने बताया कि भगवत देवांगन (28) मेडिकल कॉलेज में पीजी प्रथम वर्ष 2020 बैच का छात्र था। वह हास्टल नम्बर तीन में रह रहा था। गुरुवार शाम 4.30 बजे के लगभग हॉस्टल से मामले की खबर आई। भागवत देवांगन के दोस्त दीपांकर चंद्रकापुरी ने बताया कि दोपहर 3.30 बजे के लगभग भगवत के भाई प्रहलाद का फोन आया। बताया कि भाई फोन नहीं उठा रहे हैं। काफी देर से लगा रहा हूं। उसने भगवत से बात कराने के लिए कहा। वह उसके कमरे के बाहर पहुंचा और आवाज दी। जवाब नहीं मिलने पर खिडक़ से देखा तो वह पंखे से लटका था। इसके बाद धक्का देकर दरवाजा खोला। वह पंखे में कूदने वाली रस्सी का फंदा लगाकर लटका था। उसकी मौत हो चुकी थी।
टीआई तिवारी के मुताबिक प्रारम्भिक छानबीन में सामने आया कि भगवत देवांगन ने महीने भर पहले अधिक मात्रा में दवा खा लिया था। तब हालत बिगडऩे पर उसे मेडिकल में भर्ती किया गया था। उपचार के बाद वह ठीक हो गया। उसकी काउंसलिंग भी हुई थी। फिर वह घर चला गया था। एक महीने बाद वह तीन दिन पहले लौटा था। वह कुछ दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था और इसकी दवांए भी चल रही थी। पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया है। परिजनों के शुक्रवार को आने के बाद पीएम और बयान दर्ज होंगे।