क्योंकि अब नवरात्रि समाप्त हो रहे हैं, तो 9 दिन तक उपवास करने के बाद अब बारी आती है भोजन करने की। तो अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि जब हम अपना साधारण भोजन करना शुरू करें तो कैसे करें।
जैसे कि हमने अपने फलाहार में भारी से हल्के की तरफ क्रम का पालन किया था। सबसे पहले हमने साबूदाना, फिर रजगिरा, फिर सिंघाड़ा, फिर शकरकंद, फिर आलू, फिर कद्दू, लौकी आदि का सेवन किया। अब हमें इसी क्रम को आगे थोड़ा और आगे बढ़ाते हुए फलों का जूस, नारियल पानी, नींबू जैसी हल्की लिक्विड डाइट से शुरुआत करनी है और अंत में अपने साधारण भोजन तक पहुंचना है।
वैज्ञानिक कारण
जब हमने बहुत दिनों तक भोजन नहीं किया होता या कम मात्रा में ग्रहण (फलाहार) करते हैं, तो हमारे पाचन तंत्र का कार्य करने का लय, ताल सब धीमा हो जाता है। इसलिए उसी को ध्यान में रखते हुए अब हमें हल्के भोजन या जूस से शुरुआत करके भारी अनाज वाले भोजन तक जाना चाहिए।
अगर आपने कभी सोचा कि किसी की भूख हड़ताल जब खत्म करवाई जाती है तो उसे जूस क्यों पिलाया जाता है, तो शायद आप इस बात को अच्छी तरह समझ पाएंगे। क्योंकि सबसे पहले हमें एनर्जी carbohydrate से मिलती है, जो कि glocose के रूप मे fruit juice में उपस्तिथित होता है। यह सीधा हमारे रक्त (blood) में मिल जाता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। इसके बाद प्रोटीन , फैट आदि एनर्जी देते हैं।