बुरहानपुर। कांग्रेस पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा देकर उप चुनाव लड़ रही भाजपा प्रत्याशी सुमित्रा कास्डेकर पर आरोप है कि उन्होंने अपने ससुर मोतीराम कास्डेकर को बंधक बना लिया था। उन्हें कमलनाथ की सभा में शामिल नहीं होने दिया गया। कमलनाथ के वापस जाते ही उन्हें मुक्त कर दिया गया। दोनों पार्टियों के बीच इस मुद्दे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
कमलनाथ इंतजार करते रहे मोतीराम कास्डेकर मंच पर नहीं आए
बुरहानपुर की नेपानगर विधानसभा सीट के उपचुनाव में बीजेपी-कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का मौका नहीं छोड़ रही हैं। ताजा मामला बीते 19 अक्टूबर को नेपानगर में आयोजित पूर्व सीएम कमलनाथ की जनसभा का है, जहां पूर्व विधायक व वर्तमान में बीजेपी प्रत्याशी सुमित्रा कास्डेकर के कांग्रेसी ससुर का पूर्व सीएम कमलनाथ की मौजूदगी में कई बार नाम पुकार कर उन्हें मंच पर आमंत्रित किया गया, लेकिन सुमित्रा कास्डेकर के ससुर मोतीराम कास्डेकर मंच पर नहीं आए।
कमलनाथ की सभा में शामिल होने से रोकने के लिए बंधक बना लिया था: मोतीराम कास्डेकर
जनसभा समाप्त होने और कमलनाथ के रवाना होने के बाद अचानक कांग्रेसियों के सामने सुमित्रा देवी कास्डेकर के ससुर मोतीराम कास्डेकर आए, जब उनसे कांग्रेसियों ने जनसभा में नहीं पहुंचने का कारण पूछा गया। मोतीराम ने कांग्रेसियों को बताया कि उन्हें गांव के कुछ लोग जो सुमित्रा कास्डेकर के समर्थक हैं ने कहा चलो हम आप को कमलनाथ की सभा तक छोड़ देते हैं। उसके बाद उन्होंने उन्हें एक होटल में बंधक बनाए रखा। जैसे ही कमलनाथ का हैलिकॉप्टर रवाना हुआ, उन्हें छोड़ दिया गया।
नेपानगर भाजपा प्रत्याशी सुमित्रा कास्डेकर पर अपने ससुर को बंधक बनाने का आरोप
कांग्रेस ने इस घटना पर बीजेपी और सुमित्रा कास्डेकर को आड़े हाथों लिया कि जब सुमित्रा कास्डेकर अपने परिवार की नहीं हुई तो नेपानगर की जनता की क्या होगीं। उन्हें अपने चुनाव में नुकसान का डर था, लिहाजा उन्होंने अपने लोगों से कहकर उनके कांग्रेसी ससुर को कमलनाथ की जनसभा में जाने नहीं दिया। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी ने कहा कि चुनाव में बीजेपी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर रही है।
मोतीराम कास्डेकर से बीजेपी को कोई नुकसान नहीं: मनोज लधवे
इस मामले में बीजेपी ने कांग्रेस सभी आरोपो को खारिज कर दिया है। बीजेपी के जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं कि एक परिवार के सदस्य अलग अलग राजनैतिक दलों में हों। बीजेपी ने कहा कि सुमित्रा कास्डेकर के ससुर मोतीराम कास्डेकर का कमलनाथ की सभा में शामिल होने से ना तो कोई नुकसान हो रहा था और नहीं जाने से बीजेपी को कोई फायादा।