भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि नई शिक्षा नीति लागू हो जाने के बाद मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में जमीन आसमान का अंतर देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में 10,000 नए सरकारी स्कूल खोले जाएंगे जिससे बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले और गरीब परिवार के बच्चे भी अच्छी शिक्षा प्राप्त करके आत्मनिर्भर बन सकें।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज चुनाव अप्रभावित ज़िलों में रु. 497.70 करोड़ की लागत से निर्मित शैक्षिक भवनों का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग के बच्चों को किसी कीमत पर पीछे नही रहने देंगे। क्षमता समान है, लेकिन अवसर की व्यवस्था नहीं है तो बच्चे पीछे रह जाते हैं। हम उत्कृष्ट विद्यालयों को भी बेहतर करेंगे।
शिवराज सिंह बोले की गरीबी अभिशाप नहीं है। गरीब बच्चों में भी प्रतिभा, योग्यता होती है। गरीबों का हक सब संसाधनों पर है। हम उन्हें उनका हक देंगे, उन्हें न्याय देंगे। हमारा संकल्प है कि हम बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में कोई कसर नही छोड़ेंगे। गुरु का स्थान भगवान का स्थान होता है। हमारी सरकार संकल्पबद्ध है कि हम उन्हें सम्मानजनक स्थान देंगे।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जो नई शिक्षा नीति लागू की उसमें बच्चों को व्यवसायिक शिक्षा 6वीं से ही दी जाएगी। हम उस पर तेजी से काम कर रहे हैं, पढ़ लिखकर बच्चों को रोजगार मिलेगा। हम शिक्षा दें ये जरुरी है लेकिन वि़द्यालय के लिए अच्छा स्थान भी हो। अधिकांश जगह भवन बन गए हैं। हाईस्कूल, हायर सेकण्डरी स्कूलों की संख्या बढ़ाई है। ये मांग बेटियों की थी। हमने संकल्प लिया कि हम तेजी से नए स्कूल भी खोलेंगे।