भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश, भोपाल ने हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल की परीक्षाओं के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। कोरोनावायरस महामारी के कारण इस बार कई परिवर्तन किए गए हैं। मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने सभी जिलों के कलेक्टर्स को गाइडलाइन भेज दी है। ताकि परीक्षा से पहले सभी तैयारियां सुनिश्चित की जा सके। बता दें कि मंडल की 10वीं-12वीं की परीक्षा में हर साल करीब 20 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं। प्रदेश में साढ़े तीन हजार से अधिक केंद्र बनाए जाते हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की नई गाइड लाइन में क्या बदला है
मंडल सचिव उमेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक समन्वय संस्था द्वारा प्रश्न-पत्रों का वितरण परीक्षा केंद्रों पर किया जाता रहा है। इससे परिवहन व्यवस्था में मंडल के लाखों रुपये खर्च होते हैं। साथ ही परीक्षा केंद्रों से कई बार पेपर आउट होने की अफवाह भी फैलती है। इस कारण मंडल ने यह निर्णय लिया है की पेपर ऑनलाइन भेजे जाएंगे। परीक्षा केंद्र पर उनके प्रिंट आउट निकाल कर स्टूडेंट्स में वितरित कर दिए जाएंगे।
परीक्षा केंद्रों का चयन किस आधार पर होगा
गाइडलाइन में मंडल ने कहा कि परीक्षा केंद्रों के लिए ऐसे स्कूलों का चयन किया जाए, जिनमें कंप्यूटर, इंटरनेट, प्रिंटर, फोटोकापी मशीन स्वयं की हो या किराए पर आसानी से उपलब्ध हो सके। साथ ही केंद्रों का चयन सरकारी या निजी के बजाय स्कूलों में उपलब्ध अधोसंचरना, संसाधन एवं सुविधाओं के आधार पर किया जाए। 25 नवंबर तक केंद्रों का चयन करना होगा। केंद्रों के चयन के बाद जिला योजना समिति से फाइनल कराकर 30 नवंबर तक सभी जिलों को मंडल को सूची भेजनी होगी।
एक केंद्र पर तीन स्कूलों के विद्यार्थी होंगे शामिल
गाइडलाइन में कहा गया है कि परीक्षा केंद्रों में शामिल स्कूलों की दूरी शहरी क्षेत्र में पांच किमी एवं ग्रामीण क्षेत्र में 10 किमी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। परीक्षा केंद्र के लिए ऐसे स्कूलों का चयन किया जाए, जहां फर्नीचर, पेयजल, प्रसाधन व सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था हो। एक परीक्षा केंद्र में 250 से कम परीक्षार्थी होने की स्थिति में ऐसे स्कूल को केंद्र के लिए प्रस्तावित नहीं किया जाए। एक परीक्षा केंद्र पर तीन स्कूलों के विद्यार्थियों को शामिल किया जाए।