भोपाल। अंततः सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा सरकार को यह मानना पड़ा कि नवरात्रि महोत्सव में श्री माता दुर्गा प्रतिमा की ऊंचाई अधिक होने से संक्रमण का खतरा बढ़ता नहीं है बल्कि कम होता है, क्योंकि लोग दूर से भी दर्शन कर पाते हैं। इसी के साथ सरकार को यह भी मानना पड़ा कि नवरात्रि महोत्सव के पंडाल छोटा रखने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है जबकि पंडाल का साइज बड़ा करने से संक्रमण का खतरा कम होता है। इसीलिए सरकार ने गाइडलाइन बदल दी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कोरोना की समीक्षा बैठक में कहा कि दुर्गा उत्सव में स्थापित की जाने वाली दुर्गा प्रतिमाओं पर 6 फीट ऊंचाई का प्रतिबंध नहीं रहेगा। इसके लिए लगने वाले पंडालों का अधिकतम आकार 30X45 फीट किया जा सकेगा। चल समारोह या झांकियां निकालने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही आयोजन समिति के अधिकतम 10 व्यक्ति दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकेंगे।
सीएम शिवराज ने कहा कि दुर्गा उत्सव पर गरबा करने की अनुमति नहीं होगी। दशहरा उत्सव पर रामलीला एवं रावण दहन किया जा सकेगा, परंतु सभी आयोजनों में मास्क लगाना होगा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना आदि सावधानियां पूरी तरह अनिवार्य रहेंगी। ऐसी झांकियां नहीं बनाई जा सकेंगी, जिनमें किसी भी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो।
प्रदेशभर के हिंदू नाराज थे, संगठन प्रदर्शन कर रहे थे
दरअसल नवदुर्गा महोत्सव के लिए जारी की गई गाइडलाइन के कारण पूरे प्रदेश में हिंदू संप्रदाय के लोग शिवराज सिंह चौहान की सरकार से नाराज थे और हिंदू संगठन खुले तौर पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। न केवल राजधानी में बल्कि पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किए जा रहे थे एवं खुले तौर पर ऐलान किया गया था कि यदि हिंदुओं के त्योहारों पर बेतुके प्रतिबंध लगाए गए तो उसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।