भोपाल। राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने कमलनाथ की रिक्वेस्ट को रिजेक्ट कर दिया है। कमलनाथ ने उन्हें नवरात्रि में रोड शो के लिए बुलाया था लेकिन दिनांक 23 अक्टूबर 2020 तिथि अष्टमी शाम 4:00 बजे तक प्रियंका गांधी के रोड शो से संबंधित कोई कार्यक्रम जारी नहीं हुआ था। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी के बयान पर कमलनाथ की प्रतिक्रिया से प्रियंका गांधी भी नाराज हैं। विधानसभा उपचुनाव के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है, इसके बाद नई रणनीति पर काम किया जाएगा।
कांग्रेस नेताओं और प्रत्याशियों को कमलनाथ और गांधी परिवार के रिश्ते पर विश्वास था
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सूत्र भी प्रियंका गांधी को लेकर कॉन्फिडेंट नहीं है। कमलनाथ चाहते थे कि नवरात्रि के दिनों में प्रियंका गांधी और सचिन पायलट मुरैना से रोड शो की शुरुआत करें और श्री पीतांबरा पीठ दतिया पर इसका समापन हो। इस दौरान 6 से अधिक विधानसभाओं को कवर करने की कोशिश की गई थी एवं दो स्थानों पर विशाल आम सभाओं का आयोजन किया जाना था। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों एवं उप चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को कमलनाथ पर पूरा भरोसा था कि उनके निमंत्रण को गांधी परिवार में कोई अस्वीकार नहीं करेगा। इसीलिए हर स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी।
इमरती देवी "क्या आइटम है" के कारण खटास बढ़ गई
कमलनाथ की 40 साल की राजनीति पर 3 शब्द "क्या आइटम है" भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेता तो हमलावर हैं ही, गैर राजनीतिक लोग भी पहली बार कमलनाथ की निंदा कर रहे हैं। कमलनाथ के हर मामले में छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्री सपोर्ट करते थे परंतु "क्या आइटम है" पर उनके दोनों मित्र चुप हैं। राहुल गांधी ने कमलनाथ के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। कमलनाथ ने उनके बयान को उनके निजी विचार बताते हुए, राहुल गांधी के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया। यह बताने की जरूरत नहीं कि प्रियंका गांधी पार्टी के लिए नहीं बल्कि राहुल गांधी के लिए काम करती हैं। व्यक्तिगत रूप से वह कमलनाथ को पसंद भी नहीं करती।