भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में असंसदीय भाषा का उपयोग करने वाले नेताओं के बाद अब चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होने लगे हैं। चुन्नू-मुन्नू और रावण जैसा चेहरा पहले से ही आपत्तिजनक थे लेकिन महिलाओं के लिए "क्या आइटम है" और "रखैल" जैसे शब्दों का उपयोग किया गया। इसके बावजूद चुनाव आयोग की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की हालत SDM के रीडर जैसी
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की हालत एसडीएम के रीडर जैसी है। दैनिक भास्कर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से इस मामले में जवाब दिया गया कि "सभी मामलों को दिल्ली भेज दिया गया है, वहीं से फैसला होगा।"
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी मोहित बुंदस ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जितनी भी शिकायतें मिली थी उन्हें हेड ऑफिस भेज दिया गया है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी। यहां से कुछ नहीं हो सकता। कुल मिलाकर मध्यप्रदेश में मुख्य निर्वाचन अधिकारी का कार्यालय केवल चुनाव आयोग और कलेक्टर व प्रत्याशियों के बीच समन्वय का काम कर रहा है।