भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग ने 13 डिजिट वाले पुराने वोटर कार्ड अमान्य घोषित कर दिए हैं। पुराने वोटर कार्ड को नए वोटर कार्ड से बदलवाने के लिए सन 2018 एवं 19 में अभियान चलाया गया था परंतु मध्य प्रदेश के लाखों लोगों ने पुराने वोटर कार्ड नहीं बदलवाए। ऐसे लोगों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं।
MP 30 सीरीज वाले मतदाता परिचय पत्र अमान्य घोषित
भारत निर्वाचन आयोग ने वर्ष 1995 से 2000 के बीच बने MP 30 सीरीज के 13 डिजिट वाले मतदाता परिचय पत्र को दो साल पहले ही अभियान चलाकर खत्म कर दिया था। उनकी जगह 10 डिजिट वाले नए मतदाता परिचय पत्र बनाकर मतदाताओं को दिए जाने थे। निर्वाचन आयोग का कहना है कि एमपी-30 सीरीज के कार्ड वाले मतदाता अपना नाम वोटर लिस्ट में जरूर चैक कर लें, यदि उनके नाम नहीं है तो वे पुराने कार्ड सरेंडर कर नए बनवा लें, नहीं तो मतदान करने में दिक्कत होगी। क्योकि एमपी-30 सीरीज के अधिकतर मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं।
MP 30 सीरीज वाले लोगों का नाम मतदाता सूची से कट गया है
निर्वाचन कार्यालय ने बताया कि जिन मतदाताओं के पास एमपी-30 सीरीज के मतदाता परिचय पत्र हैं वे बीएलओ को इसकी जरूर जानकारी दें ताकि बीएलओ यह जांच कर बता सके कि आपका नाम मतदाता सूची में है या नहीं। यदि सूची में नहीं है तो नया वोटर कार्ड बनवाएं। यदि नाम है तो वह 10 डिजिट वाले किस नंबर पर है, इसकी भी जानकारी लें, ताकि नया वोटर कार्ड कार्यालय से प्राप्त किया जा सके।
2018 और 2019 में चला अभियान रहा फ्लाप
एमपी -30 सीरीज के बचे हुए मतदाताओं के वोटर कार्ड को बदलवाने के लिए भारत सरकार ने अप्रैल 2018 और फिर वर्ष 2019 में अभियान चलाया लेकिन ये दोनों अभियान फ्लाप ही रहे। कुछ मामलों में मतदाताओं ने जानकारी नहीं दी तो कुछ मामलों में बीएलओ लापरवाही कर गए। वर्ष 2019 में मतदाता रजिस्टर तक में एमपी-30 सीरीज वाले मतदाता के लिए अलग से कॉलम रख दिया गया, लेकिन बीएलओ ने फिर भी इन कॉलमों को न तो भरा और न ही इसकी जानकारी हासिल की।