भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। विधानसभा उपचुनाव के बीच कमलनाथ में कैबिनेट मंत्री एवं दलित महिला श्रीमती इमरती देवी को "आइटम" कहा। चारों तरफ विरोध शुरू हो गया। कमलनाथ ने इस मामले में माफी मांगने के बजाय अपने बयान पर टिके रहने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि आइटम कोई अपमानजनक शब्द नहीं है।
अड़ गए कमलनाथ: ना बयान वापस लेंगे, ना माफी मांगेंगे
कैबिनेट मंत्री एवं दलित महिला श्रीमती इमरती देवी के संदर्भ में आपत्तिजनक बयान की चारों तरफ निंदा होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ अपने बयान पर टिके हुए हैं। उन्होंने तय किया है कि ना तो वह अपना बयान वापस लेंगे और ना ही माफी मांगेंगे। उल्टा उन्होंने अपने बयान को जस्टिफाई करते हुए कहा कि "आइटम" शब्द अपमानजनक नहीं है। लोकसभा और विधानसभा में कार्यसूची को आइटम नंबर लिखा जाता है, पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में भी आइटम नंबर लिखा जाता है। क्या यह असम्मानजनक है? कमलनाथ ने कहा कि क्या यह कोई मुद्दा है? क्या इससे जनता का जीवन जुड़ा है।
वीडियो में खुद देखिए कमलनाथ ने इमरती देवी के लिए आइटम शब्द का उपयोग किस तरह से किया, और यह सम्मानजनक है या अपमानजनक