कमलनाथ जी कभी आइटम शब्द की व्याख्या करते हैं कभी खेद व्यक्त करते हैं
प्रिय कमलनाथ जी, आपका डबरा विधानसभा के संबंध में लिखा गया पत्र (कमलनाथ का पत्र पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें) सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी में आया है। आप लगातार प्रदेश की सम्मानीय मंत्री श्रीमती इमरती देवी के संबंध में आपके द्वारा की गई अशोभनीय टिप्पणी को लेकर अलग-अलग ढंग से सफाई दे रहे हैं। कभी आप कहते हैं कि आपकी टिप्पणी में अपमानजनक कुछ भी नहीं है और "आइटम" शब्द का अर्थ प्रदेश की जनता को समझाने लगते हैं। कहीं आप अपनी टिप्पणी पर खेद भी व्यक्त कर रहे हैं। मेरे विचार से आपको ईमानदारी से एक गरीब और अनुसूचित जाति की बेटी पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए। आप जैसे वरिष्ठ एवं जिम्मेदार पद पर रहे कांग्रेसी नेता का अपनी गलती से बचने और उसकी सफाई में अनावश्यक तर्क देने का रवैया उचित नहीं है।
कमलनाथ जी ने महिलाओं के विरुद्ध अपराधों को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया
आपके 15 माह के शासन में महिलाओं और बेटियों पर जो अत्याचार हुए हैं। उसके आंकड़े सभी के सामने हैं, आप की सरकार में महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध और अत्याचारों को रोकने के बजाय, अपनी एवं कांग्रेस की संस्कृति से उनको बढ़ावा देने का ही कार्य किया है। सिर्फ इतना ही नहीं आप केंद्र में यूपीए सरकार के समय महिलाओं के विरुद्ध अपराधों को देख सकते हैं। जिनमें निर्भया जैसे घटनाओं की लंबी फेहरिस्त है।
कमलनाथ जी आपको अपनी सोच बदलनी चाहिए: शिवराज सिंह
आप बार-बार नारियल की बात उठा रहे हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि प्रदेश के विकास के लिए अपने ईमानदार प्रयासों के कारण मुझे लगातार बड़ी-बड़ी विकास योजनाओं और परियोजनाओं को प्रारंभ करने का अवसर प्राप्त हुआ है। यही वजह है कि विकास कार्यों के शुभारंभ के शुभ अवसर पर पवित्र नारियल भारतीय संस्कृति की परंपरा के अनुसार फोड़ने का मौका मुझे बार-बार मिलता रहा है। प्रदेश के विकास को ध्यान में रखकर आपके लिए यह गर्व का विषय होना चाहिए ईर्ष्या का नहीं। मुझे खेद है कि आप स्वयं प्रदेश के विकास के बारे में सोच नहीं पाए। आपकी सरकार और आप के मंत्री पूरे समय तबादले और भ्रष्टाचार में लगे रहे। विकास कार्यों की तरफ न तो आपकी दृष्टि थी और न ही कोई प्रयास। जो व्यक्ति आज विकास कार्यों को गति दे रहा है उससे आपको ईर्ष्या हो रही है। आपको एवं आपकी पार्टी के लोगों को अपनी सोच बदलनी चाहिए।
कमलनाथ जी, मध्य प्रदेश के लोगों को प्यार करना सीखिए: शिवराज सिंह
कमलनाथ जी, मैं आपसे यही कहना चाहता हूं कि आप मध्य प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों को प्यार करना सीखिए, भले ही आप मध्य प्रदेश के नहीं हैं, उसके बावजूद भी वे आपको स्वीकार करने की कोशिश कर रहे हैं। आप का भी फर्ज बनता है कि आप मध्य प्रदेश के विकास और यहां की जनता के हित के बारे में सोचे। ऐसा कतई नहीं होना चाहिए कि आप मध्य प्रदेश को सिर्फ लूट खसूट का एक जरिया बनाएं और अपना और अपने पार्टी के लोगों का स्वार्थ सिद्ध करें। आशा है कि आप अवश्य विचार करेंगे, सादर। (शिवराज सिंह चौहान)