भोपाल। लगता है कमलनाथ और राहुल गांधी परिवार के बीच तनाव बढ़ गया है। मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस, पार्टी नहीं कमलनाथ कॉरपोरेशन जैसी दिखाई देने लगी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ट्विटर हैंडल के हेडर पर सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के फोटो हटा दिए गए हैं। यहां अब केवल कमलनाथ का फोटो दिखाई दे रहा है।
स्वभाविक है भारतीय जनता पार्टी के नेता इस अवसर का पूरा लाभ उठाएंगे। भाजपा की ओर से ताना मारा गया है कि "कमलनाथ के पार्टी नेताओं के साथ मतभेद उजागर होने के बाद ट्विटर अकाउंट से सोनिया और राहुल को बाहर कर दिया।" भाजपा के इस तंज पर कांग्रेस ने जवाब देते हुए कहा कि भाजपा फुर्सत में है इसलिए कुछ भी बोल रही है। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा प्रदेश के विकास के मुद्दों पर बात करने की बजाय कांग्रेस के ट्विटर हैंडल की बात कर रही है। भाजपा को मुद्दों पर बात करनी चाहिए।
इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे से, इंदिरा गांधी का पौत्र नाराज
कमलनाथ की पूरी राजनीति संजय गांधी और इंदिरा गांधी के इर्द-गिर्द रही है। कहते हैं संजय गांधी से घनिष्ठ मित्रता के कारण ना केवल इंदिरा गांधी ने कमलनाथ को छिंदवाड़ा से सांसद बनवाया बल्कि एक चुनावी सभा में कमलनाथ की संभावित हार को टालने के लिए उन्हें अपना तीसरा बेटा भी बताया था। तभी से कमलनाथ खुद को गांधी परिवार का सबसे नजदीकी प्रचारित करते आ रहे हैं परंतु अब बात बदल गई है। इंदिरा गांधी का पौत्र (राहुल गांधी) उनसे बेहद नाराज है। कमलनाथ ने सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी के बयान का खंडन जो किया। इसी नाराजगी के चलते प्रियंका गांधी ने मध्यप्रदेश में अपना रोड शो निरस्त कर दिया। माना जा रहा है कि इसी से नाराज होकर कमलनाथ में अपने पोस्टरों में गांधी परिवार के लोगों के फोटो लगाने से मना कर दिया है।