भोपाल। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित ग्राम मुहारीखुर्द में खाप पंचायत जैसी सामाजिक पंचायत ने एक ब्राह्मण बालिका को नवरात्रि के कन्या भोज से अपमानित करके भगा दिया। पूरे गांव के सामने हुए अपमान से व्यथित ब्राह्मण कन्या ने आत्मदाह कर लिया। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र में नवरात्रि पर्व के दौरान ब्राह्मण कन्याओं को माता दुर्गा का स्वरूप मानकर, उनकी पूजा की जाती है।
लड़की का नाम चांदनी पांडे उम्र 17 साल पिता का नाम बृजेश पांडे है। उसने अपने घर की छत पर खड़े होकर खुद को आग लगा ली। चांदनी के भाई संजू पांडे ने बताया कि 4 माह पूर्व उनके खेत में किसी दूसरे की गाय की बछिया घुस आई थी जिसे 9 साल उम्र के बालक विनीत पांडे ने खेत से निकालकर बाड़े में बांध दिया था। खूंटी की रस्सी गले में फंस जाने के कारण बछिया की मृत्यु हो गई थी।
गांव में पंचायत बुलाई गई और बृजेश पांडे के पूरे परिवार को गौ हत्या का दोषी घोषित कर दिया गया। पंचायत ने फैसला सुनाया कि पूरा परिवार गंगा स्नान करेगा। पूजा पाठ एवं भंडारा किया जाएगा। तब तक पूरे परिवार का गांव से बहिष्कार किया जाएगा। 50,000 का खर्चा बताया गया। संजू पांडे ने बताया कि हमने पंचायत द्वारा बताए गए सभी काम पूरे कर दिए थे।
दो दिन पूर्व गांव के जगदम्बां मंदिर पर सार्वजनिक कन्या भोज का आयोजन हुआ था उस भंडारे में मेरी छोटी बहन चांदनी गई थी वहां पंचायत के लोगों ने उसे भगा दिया। कहा कि शापित परिवार के लोगों को मंदिर परिसर में नहीं आने दिया जाएगा। इसके बाद वह रोते-रोते घर आई और अपनी मां को पूरी बात बताई, मां ने उसे समझाने का प्रयास किया।
भाई ने बताया कि वह दो दिन से चुपचाप थी और समाज में श्रापित करने के मानसिक प्रेशर में आकर उसने यह आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। पिता ने बताया कि गांव के एक भागवताचार्य उनसे 21 हजार की डिमांड कर रहे है और धमकी दी थी कि जब तक पैसे नहीं दिए तब तक समाज में घुसने नही दूंगा।