नई दिल्ली। भारत की पटरी पर दौड़ने वाली सामान्य सुपर फास्ट, एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों में स्लीपर और एसी कोच को लेकर बड़े परिवर्तन की तैयारियां शुरू हो गई है। कुछ ट्रेनों को 100% एसी कर दिया जाएगा जबकि कुछ अन्य ट्रेनों में एसी कोच की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही स्पीड भी बढ़ाई जाएगी लेकिन किराया नहीं बढ़ाया जाएगा।
भारतीय रेलवे अब यात्रियों के लिए यात्रा का सफर बदल देने की कवायद कर रहा है। इस क्रम में एक नए क्रिएटिव आइडिया पर काम किया जा रहा है। एक ऐसी ट्रेन जिसके सभी कुछ एयर कंडीशंड होंगे, वह पटरी पर हाई स्पीड ट्रेन की तरह दौड़ेगी लेकिन किराया महंगा नहीं होगा। चुनिंदा रूटों पर 130 किलोमीटर प्रति घंटे या इससे ज्यादा रफ्तार वाली ट्रेनों में निकट भविष्य में सिर्फ वातानुकूलित (एसी) कोच होंगे।
अपने नेटवर्क को अपग्रेड करने की योजना के तहत रेलवे यह तैयारी कर रहा है। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता डीजे नारैन ने कहा कि इन ट्रेनों के टिकट सस्ते होंगे। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि यह नहीं समझना चाहिए कि सभी गैर वातानुकूलित कोचों को एसी कोच से बदल दिया जाएगा। इस समय अधिकतर मार्गों पर मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटे या इससे कम है। नारैन ने कहा कि 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाए जाने की स्थिति में वातानुकूलित डिब्बों का होना तकनीकी जरूरत है। भारतीय रेलवे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की बड़ी योजना पर काम कर रहा है।