सागर। मकरोनिया थाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश के एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जिसने अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाण पत्र, फर्जी निवास एवं आधार कार्ड लगाकर मध्य प्रदेश पुलिस में नौकरी हासिल कर ली थी। चौंकाने वाली बात यह है कि उसके डॉक्यूमेंट वेरीफाइड कर दिए गए थे। एक अज्ञात व्यक्ति की शिकायत पर दस्तावेजों की जांच शुरू हुई और पोल खुल गई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है, कोर्ट ने जेल भेज दिया है परंतु सवाल यह है कि फर्जी डॉक्यूमेंट के बेस पर उसे नौकरी देने वाले अभी भी सिस्टम में मौजूद है।
मकराेनिया थाना प्रभारी जेपी ठाकुर ने बताया कि आराेपी सुमित कुमार पिता श्याम सिंह गड़रिया (पाल) 26 साल यूपी के इटवा जिले के नगलामनी थाना बसरेहल का रहने वाला है। वर्ष 2016-17 में उसने भिंड से SC का फर्जी जाति-प्रमाण पत्र बनवाकर इसी काेटे से पुलिस में भर्ती हाे गया था। उसने निवास प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड भी फर्जी बनवा लिया था। अज्ञात व्यक्ति द्वारा इस संबंध में शिकायत करने पर 10 वीं बटालियन के अधिकारी द्वारा प्रमाण पत्र की जांच कराई थी। जांच में आरोपी ओबीसी कोटे का पाया गया।
10 वीं बटालियन के कमाण्डेंट के पत्र पर आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज किया गया था। आरोपी करीब 2 साल फरार चल रहा था। आराेपी की गिरफ्तारी के लिए एएसआई आरडी उपाध्याय,आरक्षक अभिषेक कुशवाहा एवं आर. सोनू बघेल को जिला इटावा भेजा गया। आरोपी काे गिरफ्तार कर उससे ग्राम नगलामनी जिला इटावा के तहसीलदार का बना हुआ जाति प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड जब्त किया गया। आराेपी काे काेर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।