नई दिल्ली। भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित सर्वोच्च न्यायालय के एक प्रशासनिक अधिकारी की कोरोनावायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई। सुप्रीम कोर्ट में इस तरह का यह पहला मामला है। कोविड-19 प्रोटोकॉल को लेकर सुप्रीम कोर्ट अपने परिसर में भी काफी सख्त रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि राजेंद्र रावत (Rajendra Rawat) की शनिवार को कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। वह सुप्रीम कोर्ट के प्रशासनिक विभाग में कार्यरत थे। पांच दिन पहले उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। सुप्रीम कोर्ट में कोरोना संक्रमण से किसी कर्मचारी की मौत का यह पहला मामला है।
लॉकडाउन से पहले ही सुप्रीम कोर्ट आम नागरिकों के लिए बंद हो गया था
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू होने से दो दिन पहले यानी 23 मार्च से ही सर्वोच्च न्यायालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मामलों की सुनवाई कर रहा है। अधिकारी ने बताया कि रावत की उम्र लगभग 50 साल थी। उनके परिवार में पत्नी और तीन संताने हैं।