भोपाल। साइबर सिक्योरिटी के मामले में पेरेंट्स को जानकारी नहीं होती और स्कूल कोई एक्सरसाइज नहीं करवाते, बच्चों में एक्साइटमेंट होता है और यह तीनों चीजें मिल कर बच्चों की लाइफ बर्बाद कर देने के लिए पर्याप्त होती है। भोपाल में कुछ ऐसा ही हुआ। स्कूल की ऑनलाइन क्लास के लिए जीमेल आईडी बनाई थी। भूल ना जाए इसलिए आईडी और पासवर्ड मोबाइल नंबर ही रखा। नतीजा हैकर ने पूरा मोबाइल हैक कर लिया और पर्सनल फोटो चुराकर 2 महीने तक ब्लैकमेल किया।
27 साल का हैकर तेलंगाना में मिला, उसकी गर्लफ्रेंड फरार
साइबर क्राइम ASP नीतू सिंह ने बताया कि 8वीं क्लास में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा ने शिकायत की थी। छात्रा ने बताया कि फेक आईडी से युवक ने उससे दोस्ती कर उसका ई-मेल हैक कर लिया था। वह उसके पर्सनल फोटो निकालकर ब्लैकमेल कर रहा था। वह उससे दो महीने से लगातार प्यार भरी बातें नहीं करने पर बदनाम करने की धमकी दे रहा था। छात्रा की शिकायत पर साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने 27 साल के आरोपी तुरूपु सांई कुमार पिता चंद्रशेखर रेडडी को ग्राम गगना गुढम थाना कोन दुर्ग जिला रंगा रेड्डी तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया। वह अपने साथी कुमारी श्रावनी के साथ मिलकर फेक इंस्टाग्राम आईडी बनाता था। कुमारी फरार है।
स्कूली छात्राओं के मोबाइल कैसे हैक करता था
आरोपी तुरूपु ने बताया कि वह इंस्टाग्राम पर फेक आईडी बनाकर लड़कियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था। दोस्ती होने के बाद वह उनका मोबाइल फोन नंबर निकालकर उनके ई-मेल आईडी खोल लेता था। इससे उसे उनके बारे में पर्सनल जानकारी मिल जाती थी। इसी तरह उसने भोपाल की इस छत्रा को फंसाया था।
मोबाइल पर कंट्रोल कर लेता था
ई-मेल आईडी ब्लाॅक करने के बाद वह उससे सभी तरह की जानकारी जैसे निजी फोटो एवं वीडियो के साथ अन्य जानकारी भी निकाल लेता था। फिर पीड़ित को इंस्टाग्राम आईडी से ब्लैकमेल कर प्यार भरी बातें करने के लिए कहने लगता था। वह उसके मोबाइल फोन तक पर कंट्रोल कर लेता था।
मोबाइल हैक होने से बचाने के लिए क्या करें
SMS या फिर व्हाट्सएप पर आई किसी भी अनजान लिंक को लिखना करें।
जब भी किसी नई वेबसाइट के बारे में पता चले, मोबाइल से पहले उसे किसी कंप्यूटर पर ओपन करें।
पासवर्ड हमेशा ऐसे होने चाहिए जो बिल्कुल आसान ना हो जैसे blejgX00r@toto
यदि पासवर्ड भूलने का खतरा है तो उसे किसी डायरी में या फिर किसी अन्य डिवाइस में सेव करें।
सभी पासवर्ड एक जैसे नहीं होने चाहिए। इसलिए हमेशा नए पासवर्ड का चुनाव करें और खासकर बैंकिंग मामले में।