भोपाल। मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मध्य प्रदेश के 9 जिलों इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, विदिशा, रतलाम, धार, दतिया, अशोकनगर और शिवपुरी में संक्रमण सबसे ज्यादा है। शिवराज ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि इन जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के फैसलों को लागू किया जाए।
अगली समीक्षा बैठक 24 नवंबर को
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि इससे आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित होती हैं। लिहाजा, जिला प्रशासन सख्ती न बरते, बल्कि व्यापारियों से बाजार बंद करने की अपील करे। साथ ही उन्हें कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए प्रेरित करे। मुख्यमंत्री ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए 24 नवंबर को फिर बैठक बुलाई है।
मध्यप्रदेश में युवा वर्ग सबसे ज्यादा संक्रमित
जिलों के मिली रिपोर्ट में सामने आया कि बुजुर्गों की अपेक्षा युवाओं और महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में संक्रमण का रेट ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक 60 प्रतिशत युवा संक्रमित हैं। यह बात भी सामने आई कि युवा ज्यादा लापरवाह हैं। ऐसे में समाजसेवी संगठनों के सहयोग सेे युवाओं के बीच ज्यादा से ज्यादा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। बैठक में हुए मंथन में यह भी सामने आया कि गांव की अपेक्षा शहरों में संक्रमण ज्यादा तेजी से फैल रहा है।
भोपाल, इंदौर समेत 5 जिलों में नाइट कर्फ्यू
प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेजी देखते हुए सरकार ने 5 जिलों में 21 नवंबर से नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में रात 10 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। नाइट कर्फ्यू के पहले दिन इन जिलों में सख्ती दिखाई गई। भोपाल में कर्फ्यू तो रात 10 बजे लगाया जाना था, पर कुछ दुकानदारों ने रात 8 बजे दुकानें बंद करने का फैसला लिया है। इंदौर की मशहूर छप्पन दुकान रात 9 बजे ही बंद हो गई।