भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दिलेर दुल्हन ने अपनी शादी से ठीक एक दिन पहले मुंबई निवासी होने वाले डाॅक्टर दूल्हे और उसके माता-पिता पर कोहेफिजा थाने में दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करा दिया।
BHOPAL की लड़की से MUMBAI के डाॅक्टर ने शादी के 1 दिन पहले दहेज के 25 लाख की मांग की
दहेज के मामले में मुंबई निवासी डॉक्टर अरबाज ने दहेज में 25 लाख रुपए मांगे। डॉक्टर और उसके माता-पिता ने 8 नवंबर को भोपाल लड़की के माता-पिता को फोन करके फ्लैट खरीदने के लिए 25 लाख रुपए की मांग की। साथ ही धमकाया कि रुपए नहीं मिले तो रिश्ता तोड़ देंगे। इसके बाद भी वह नहीं माने और लगातार रुपए भेजने का दबाव बनाने लगे।
CAR , फर्नीचर लेकर 25 लाख के लिए रिश्ता तोड़ दिया
कोहेफिजा पुलिस के मुताबिक, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी युवती का रिश्ता परिजन ने मुम्बई के एक डॉक्टर से तय किया था। सगाई में वर पक्ष को दहेज में महंगी कार, फर्नीचर सहित अन्य सामान की राशि अदा कर दी गई थी। लॉकडाउन के कारण शादी की तारीख बढ़ाकर 29 नवंबर तय की गई थी। इसके पहले डॉक्टर और उसके माता-पिता ने युवती के पिता से फ्लैट के लिए 25 लाख की मांग रख दी। असमर्थता जताने पर वर पक्ष ने रिश्ता तोड़ दिया। शिकायत मिलने पर पुलिस ने अमानत में खयानत और दहेज एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि युवती कानून की पढ़ाई पूरी कर चुकी है। परिजन ने लॉकडाउन के पहले उसका रिश्ता नवी मुंबई में रहने वाले नजीर अहमद पटवे के डॉक्टर बेटे अरबाज से तय कर दिया था। शादी अप्रैल में होना थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण शादी की तारीख आगे बढ़ाकर 29 नवंबर तक कर दी गई थी। युवती के व्यवसायी पिता माजिद खान बेटी की शादी की तमाम तैयारियां कर चुके थे। शादी के लिए होटल भी बुक करा लिया गया था।
इसके पहले आठ नवंबर को डॉक्टर के पिता ने फोन कर माजिद अली से फ्लैट खरीदने के लिए 25 लाख रुपये देने की मांग रख दी। माजिद अली ने इतनी बड़ी राशि का इंतजाम करने में असमर्थता जताई, तो डॉक्टर के परिजन ने रिश्ता करने से मना कर दिया। इसके बाद दुल्हन के पिता मनाने के लिए मुंबई भी गए, 13 नवंबर को माजिद अली परिवार के साथ नजीर अहमद से इस मसले पर बात करने के लिए मुंबई पहुंचे। वहां उन्होंने डॉक्टर अरबाज और उसके माता-पिता से रिश्ता न तोड़ने की मिन्नतें कीं, लेकिन ससुराल पक्ष के लोग 25 लाख की मांग पर अड़े रहे। तय तारीख के अंतिम समय शनिवार तक जब नजीर अहमद की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो माजिद अली बेटी को लेकर कोहेफिजा थाने पहुंच गए। लड़के और उसके माता -पिता पर केस दर्ज करा दिया।