भोपाल। भोपाल में युवकों को प्रेम जाल में फंसाकर लोगों को लूटने वाली युवती समेत दो आरोपी पकड़े गए हैं। आरोपी करीब दो साल से इसी तरह से लोगों को ब्लैकमेल और लूट कर रहे थे। लड़की पहले युवक को बातों में फंसाकर उसे सूने फ्लैट पर ले जाती थी। उसके बाद उसके दोस्त नकली पुलिसकर्मी बनकर छापा मारते थे। युवक को देह व्यापार में फंसाने का झांसा कर उससे रुपया और आभूषण छीन लेते थे। आरोपी इस तरह की तीन वारदातें कबूल कर चुके हैं। आरोपी पहले एनडीपीएस के मामले में भी गिरफ्तार हो चुके हैं।
टीआई पिपलानी चैन सिंह रघुवंशी ने बताया कि गत 12 अक्टूबर को 28 साल के दाऊद खान पिता आफाक खान के साथ लूट हुई थी। पहले तो दाऊद ने किसी को कुछ नहीं बताया, लेकिन बाद में उसने अधिकारियों से शिकायत की। जांच के बाद पुलिस ने मामले में गुरुवार दोपहर मूलत: ग्वालियर निवासी 35 साल के योगेन्द्र विश्वकर्मा और 22 साल की आरती शर्मा उर्फ आसमा खान को गिरफ्तार किया। दोनों एक साथ ही रहते हैं। पूछताछ में उन्होंने दाऊद से लूट और ब्लैकमेल करने की बात कबूली।
दाऊद ने बताया कि पिपलानी में रहने वाले उसके दोस्त अंटू ने आरती शर्मा उर्फ आसमा खान से मिलवाया था। दोस्ती के बाद वे ही उसे कटारा हिल्स स्थित एक फ्लैट पर ले गए। यहां उसने उन्हें वहां बंद कर दिया। थोड़ी देर बाद योगेंद्र विश्वकर्मा और आलोक शर्मा पहुंच गए। वह फ्लैट में घुस आए और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए डांट फटकार करने लगे। उन्होंने उससे केस से बचाने के नाम पर 11 हजार नगद व 2 तोला वजनी सोने की चैन छीन ली।
टीआई रघुवंशी ने बताया कि पीड़ित ने बदनामी के डर से किसी को कुछ नहीं बताया। इसी का आरोपी फायदा उठाते थे। आरोपी दो साल पहले ही ग्वालियर से भोपाल आए हैं। आरोपी जाल में फंसे युवक को बलात्कार के केस में फंसा देने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते थे। अब तक वे इस तरह से तीन लोगों को फंसाकर पैसा ऐंठ चुके हैं।मुख्य आरोपी योगेंद्र विश्वकर्मा इसी तरह के कई युवतियों से संपर्क है। पूर्व में भी यह अन्य युवतियों के साथ गिरफ्तार हो चुका है। आरोपियों ने दाऊद से छीन चेन मुथूट फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखी है। पुलिस को मामले में अब आलोक शर्मा और अंटू उर्फ कौशल की तलाश है।