भोपाल। कांग्रेस नेता ईश्वर सिंह चौहान की भतीजी किरण राजपूत ने मध्यप्रदेश उपचुनाव में मतदान के ठीक 2 दिन पहले सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करके सनसनी फैला दी थी। इस वीडियो में किरण राजपूत अपने हाथ की नस काट दी हुई दिखाई दे रही थी। किरण ने सोशल मीडिया पर सुसाइड नोट भी अपलोड किए थे। वीडियो वायरल होते ही पुलिस पहुंची और उसे तत्काल अस्पताल ले गई। डॉक्टरों ने बताया कि चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि हाथ की नस कट ही नहीं पाई। नस के पास की स्क्रीन में हल्का सा कट लगा है।
एएसपी राजेश भदौरिया ने बताया कि डॉक्टरों ने बताया कि अच्छी बात रही कि नस नहीं कटी सिर्फ स्किन में कट हल्का सा कट लगा है। यह कट गंभीर नहीं है। श्री भदौरिया ने बताया कि जब पुलिस करण राजपूत के घर पहुंची तो वह पुलिस से छूटने की कोशिश कर रही थी। उसके हाथ पर पट्टी बंधी हुई थी। फिर भी पुलिस उसे अस्पताल ले गई।
किरण पहले गोविंदपुरा में रहती थी, लेकिन अब शाहपुरा में रहने लगी है। वीडियो की लोकेशन के आधार पुलिस की दो टीमों ने उसकी तलाश शुरू की। जल्द ही शाहपुरा में उसका पता मिल गया। पुलिस ने इलाज के बाद उससे बात की। उसने कहा कि वह सिर्फ इतना चाहती है कि उसका केस पर विशेष ध्यान दिया जाए। पुलिस से आश्वासन मिलने के बाद वह घर चली गई।
डीआईजी ने कहा- कार्रवाई लगातार चल रही
डीआईजी इरशाद वली ने कहा कि युवती को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और अफसरों के संज्ञान में बात लाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पिछले केस में युवती की रिपोर्ट पर थाना गोविंदपुरा पुलिस कुल 12 लोगों पर केस दर्ज कर सभी आरोपियों जेल भेज चुकी है। इस मामले में चालान भी पेश किया जा चुका है। इस मामले में लगातार कार्रवाई की जा रही है।
तरुण राजपूत की हत्या कैसे हुई
16 अप्रैल को एकता नगर, गोविंदपुरा निवासी 41 साल के तरुण राजपूत पर उनके घर के सामने पड़ोस में रहने वाले मौसेरे भाइयों भूरा, राज, अमन, आकाश, दीपक चौहान व एक नाबालिग ने हमला कर दिया था। चबूतरे पर बैठने को लेकर विवाद हुआ था। उस दौरान लोगों ने मामला शांत करा दिया था। लेकिन इसके बाद दोपहर करीब एक बजे आरोपियों ने घर में घुसकर तरुण और उसके परिवार वालों से मारपीट कर दी थी। आरोपियों ने तरुण के सिर पर बैट मार दिया। इलाज के दौरान दो दिन बाद तरुण की मौत हो गई थी।