भोपाल। मध्य प्रदेश शासन के विभिन्न विभागों में यदि आम आदमी को परेशानी हो तो उसकी शिकायत के लिए सीएम हेल्पलाइन में दर्ज कराई जाती है परंतु यदि सीएम हेल्पलाइन से हेल्प नहीं मिले तो इसकी शिकायत कहां करें। कोरोना काल में दर्ज हुई शिकायतें पेंडिंग है। कुल 13000 शिकायतें पेंडिंग है जिनमें से 1200 शिकायत है ऐसी हैं जो 1 साल पुरानी है। सबसे ज्यादा शिकायतें शिक्षा विभाग, पिछड़ा वर्ग, राजस्व विभाग एवं आदिम जाति कल्याण विभाग से संबंधित है।
सरकार ने छात्रवृत्ति की रकम जारी नहीं की, सीएम हेल्पलाइन में शिकायतें पेंडिंग
विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिलने के हजारों प्रकरण लंबित हैं, जिनका निराकरण नहीं हो पा रहा है। बताया जाता है कि शासन की ओर से ही भुगतान न आने के कारण अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है। कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से सीएम हेल्पलाइन की तरफ से जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान पूरी तरह हट गया।
सरकार का खजाना खाली ज्यादा शिकायतें भुगतान से संबंधित
छात्रवृत्ति के अलावा पेंशन आदि भुगतान से संबंधित शिकायतें भी लगातार पेंडिंग चल रही है। सरकार का खजाना खाली है। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार इन दिनों केवल वह करते कर रही है जिससे उसे लोकप्रियता हासिल हो या फिर सरकार से जुड़े हुए लोगों का लाभ होता है। कर्मचारियों के भुगतान, उनकी पेंशन, छात्रों की छात्रवृत्ति और इस तरह के तमाम आम जनता से जुड़े पेमेंट होल्ड कर दिए गए हैं।