प्रिय श्री शिवराज सिंह चौहान जी, प्रदेश में 2011 के बाद शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिये और शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिये कांग्रेस सरकार ने शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया की थी जिसमे उन्नीस हजार से अधिक उच्चतर माध्यमिक एवं ग्यारह हजार से अधिक माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति होना थी। भर्ती प्रक्रिया के अंतिम चरण में केवल दस्तावेजों के सत्यापन का कार्य होना शेष था। इस दौरान प्रदेश में आपकी सरकार बनी और शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया लंबित हो गई।
बड़े खेद का विषय है कि आपकी सरकार आने के बाद से चयनित अभ्यर्थी शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिये बाट जोह रहे हैं। इनकी नियुक्ति न करने के लिये कभी कोरोना को तो कभी परिवहन व्यवस्था उपलब्ध न होने को आधार बनाया गया है परन्तु अनलॉक प्रक्रिया प्रारंभ हुए काफी समय बीत जाने के बाद भी भर्ती की शेष कार्यवाही प्रारंभ नहीं की जा रही है। कांग्रेस सरकार इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति हेतु कटिबद्ध थी किन्तु सत्ता परिवर्तन के कारण अभी तक ये अभ्यर्थी अधर में है और प्रदेश के छात्रों का भविष्य अंधकामय हो रहा है।
ये अभ्यर्थी आपकी सरकार द्वारा शिक्षक पद पर नियुक्ति न देने के कारण आक्रोशित हैं। अतः आपसे आग्रह है कि चयनित अभ्यर्थियों को शिक्षक पद पर नियक्ति देने की प्रक्रिया प्रारंभ करने हेतु शासनस्तर से आदेश प्रसारित करने का कष्ट करें ताकि प्रदेश में शिक्षण कार्य सुव्यवस्थित रूप से किया जा सके ।
शुभकामनाओं सहित, आपका (कमल नाथ)