भोपाल। ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन द्वारा 30 सितंबर से पूरे प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए ब्लाकवार धरना प्रदर्शन, रैली एवं ज्ञापन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रांत अध्यक्ष डीके सिंगौर, जिला अध्यक्ष दिलीप मरावी, नंदकिशोर कटारे, मीना साहू, रश्मि मरावी, स्वस्थ विभाग के जिलाध्यक्ष सी एम सिंह, सचिव संघ के अध्यक्ष पटैल की उपस्थिति में आयोजित धरना प्रदर्शन में सभी विभागों के कर्मचारियों ने बिछिया के विनोद मंच में एक दिवसीय धरना दिया।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने 2004 से तथा मध्यप्रदेश सरकार ने 2005 से सभी कर्मचारियों की पेंशन बंद कर नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) के तहत बीमा कंपनियों के माध्यम से पेंशन दे रही है। जिसमें वेतन से 10% कर्मचारी का अंशदान और 10% सरकार का अंशदान एनएसडीएल के माध्यम से सरकार द्वारा शेयर मार्केट में लगाया जाता है।
सेवानिवृत्ति के बाद जमा अंशदान से कर्मचारी द्वारा बीमा कंपनियों का एनयूटी फार्म खरीदना अनिवार्य है, जिसके ब्याज पर कर्मचारियों को एक निश्चित राशि (वर्तमान में 500 से 2000 रूपए ) पेंशन के रूप में निर्धारित होती है। वहीं विधायक, सांसद हर बार चुनाव जीतकर अलग अलग पेंशन के हकदार हो जाते हैं। इस तरह विधायक/सांसद 4-4, 5-5 पेंशन के रूप में लाखों रुपए और अन्य सुख सुविधाओं का लाभ उठाते हैं।
अपने उद्बोधन में प्रांतीय अध्यक्ष डीके सिंगौर ने मांग की कि यदि एनपीएस इतनी ही अच्छी योजना है तो विधायक, सांसद भी अपने वेतन से अंशदान कटवाकर उसके ब्याज से पेंशन क्यों नहीं लेते??? प्रांतीय प्रवक्ता संजीव सोनी ने बताया कि शिक्षाकर्मी, गुरूजी, संविदा शिक्षक, अध्यापक काल में शुरू के 13 वर्षों तक एक रूपए की भी कटौती नहीं हुई, जिससे भी नवीन शिक्षण संवर्ग के कर्मचारियों के खाते में ज्यादा राशि जमा नहीं होने के कारण भी बहुत से कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद 400 से 700 रुपए पेंशन बन रही है।
आन्दोलनरत् कर्मचारियों ने मांग की कि उन्हें शिक्षाकर्मी, गुरूजी, संविदा शिक्षक के सेवाकाल की गणना कर ग्रेजुएटी और पेंशन का लाभ दिया जाए। तथा पूरक शैक्षिक अहर्ताओं को शिथिल करते हुए मृत कर्मचारियों के परिवार को अनुकंपा का कका लाभ दिया जाए। सभी कर्मचारी रैली के रूप में एनपीएस-हाय हाय, पुरानी पेंशन बहाल करो, एक देश एक विधान पेंशन भी हो एक समान के बुलंद नारों के साथ भ्रमण करते हुए एसडीएम कार्यालय जाकर तहसीलदार महोदय को मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
एनपीएस के खिलाफ धरना-प्रदर्शन, ज्ञापन कार्यक्रम में ब्लाॅक अध्यक्ष राजकुमार बघेल, जिला उपाध्यक्ष असीत लोध, ब्लाक कोषाध्यक्ष मनोज पटेल, उपाध्यक्ष सुरजीत पटेल, कार्यकारी अध्यक्ष इजाज अली, मीडिया प्रभारी शरद श्रीवात्री, हिमांशु पटेल, ब्लाॅक सचिव लक्ष्मण तिलगाम, सहसचिव रमेश आयाम, सह कोषाध्यक्ष भरत नेटी, गोपाल राजपूत, शीतेंद्र सिगौर, मंगल पन्द्रे, नंदकिशोर मार्को, कमल किशोर साहू, मुकेश छांटा, सचिव संगठन से तीर्थ सारवे, सुशीला सिंगौर, मधु शर्मा, द्रोपती मरकाम, कृष्णा तेकाम, कलावती बघेल, दुर्गेशवरी मरकाम, आरती मोदी, सुनीता मरावी , आरती नामदेव, लीला उइके, रेवती मसराम, दिव्या मरावी,
विमला कार्तिकेय, माखन सिंह चौहान (बी. आर. सी ), संकुल प्राचार्य नचगार सिंह तेकाम, महादेव हरदहा, संजय श्रीवास्तव, मंसाराम झारिया, सुधीर पटेल, प्रदीप पटेल अजय पटेल, विश्वेश्वर पटेल, मीनाक्षी झा, अंजना मसराम, आशा मार्को, सुनीता मरावी, शिव कुमार पटेल, सुनील नायक, भागवत तेकाम, रविंद्र चौरसिया, सरिता सिंह, दीप्ति मरावी, शिवशंकर पांडे, सुनील नामदेव, अशोक अरसिया, लोकसिह पदम, अमर सिंह चंदेला, श्याम बैरागी, ब्रज गोविंद परस्ते, भुनेश्वर धूमकेतु, महेश सिंगौर, गौरव अग्रवाल, राजेश पांडेय, सैफ कुरेशी, सविता कटारे, तारामणि राव, राधा उइके, तरला पंद्रो, पुष्पा चौहान, सीमा साहू, सहित सैकड़ों कर्मचारी शामिल हुए।