ग्वालियर। नागरिकों के स्वास्थ्य की देखभाल और उन्हें मौत के मुंह से जिंदा बचाने के लिए सबसे बड़े बजट वाली ग्वालियर संभाग के जयारोग्य चिकित्सालय में बनाए गए कोविड केयर सेंटर के आईसीयू में किसी शरारती तत्व ने आग लगा दी। घटना के समय कुल नौ मरीज भर्ती थे जिनमें से 2 मरीज आग में झुलस गए शेष लोगों को इमरजेंसी की स्थिति में शिफ्ट किया गया।
सभी मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर, अचानक धुआं भर गया
आग लगने की वजह से ICU में धुंआ भर गया। ICU में भर्ती सभी 9 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। डॉक्टरों और स्टाफ की मदद से गनीमत रही कि सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। अस्पताल के स्टाफ ने फायर उपकरण की मदद से आग बुझाने की कोशिश की लेकिन वह विफल रहे क्योंकि आग ज्यादा थी और आईसीयू में उपलब्ध सुरक्षा उपकरण नाकाफी थे।
शॉर्ट सर्किट प्राकृतिक आपदा नहीं, लापरवाही का परिणाम
मामले को दबाने के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से कहा जा रहा है कि आग लगने की वजह शार्ट सर्किट था परंतु यहां ध्यान देना होगा कि शार्ट सर्किट कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है बल्कि मैनेजमेंट की लापरवाही के कारण घटने वाली घटना है। ठीक वैसे ही जैसे ड्राइवर की लापरवाही के कारण एक्सीडेंट। मामले की जांच अनिवार्य है।