ग्वालियर। कुछ माह पहले स्वच्छता रैंकिंग में देश में तेरहवें और प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल करने पर जमकर खुशी मनाने वाले नगर निगम अधिकारियों के चेहरे पर अब शिकन है, परेशानी भी ऐसी कि जिसका कोई हर फिलहाल निगम के पास नहीं है और यही उसकी सबसे बड़ी चिंता भी है।
शहर को साफ रखने के लिए उस पर रोज दबाव बढ़ रहा है, ऐसे में निगम रोज नया फंडा अपनाने में जुटी है। शहरवासियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए नगर-निगम अपने सभी संसाधन शहर के हर गली-मोहल्ले से लेकर पॉश इलाकों में लगे गंदगी के ढेरों को अब रात में निगम का सफाई अमला समेटकर डंपिंग साइड भेजकर सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास करेगा।
दीपावली पर्व संपन्न हो चुका है वहीं एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का फै लाव शहर में बढऩे के साथ ही शहर के सभी 66 वार्डो में कचरे के लगे ढेर शहरवासियों को बीमारी परोस रहे हैं। वहीं मौसम के सर्द होते ही मौसम जनित बीमारियां पनपने का खतरा भी अधिक बढ़ गया है।
आयुक्त ने बुलाई बैठक
शहर की सफाई व्यवस्था संभाल रही ईको ग्रीन कंपनी सफाई संबंधी कामकाज बंद कर चुकी है। ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था को तत्काल कैसे पटरी पर लाया जा सके इसके लिए नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन ने उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाई है। बुलाई गई बैठक में सफाई व्यवस्था को लेकर प्लानिंग तैयार की जाएगी।
कचरा वाहनों की कमी, कैसे उठे कचरा
ईको ग्रीन कंपनी का साथ छोडऩे के बाद नगर निगम के पास कचरा उठाने के लिए वाहनों की कमी है,वहीं निगम के पास जितने वाहन हैं उसमें से साठ फीसदी वाहन कंडम होकर वर्कशॉप की शोभा बढ़ा रहे हैं।