ग्वालियर। भितरवार जनपद पंचायत के अंतर्गत सरपंच द्वारा की गई शिकायत पर लोकयुक्त की टीम ने मस्तूरा सचिव के घर छापामार कार्रवाही को अंजाम दिया। गठित दो टीमें सुबह 5 बजे सचिव के नगर एवं किठौन्दा गाँव स्थित घर पर पहुँचीं। भारी पुलिस बल के साथ पहुंची लोकायुक्त की टीम ने जांच के बाद सचिव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोप में भ्रस्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मस्तूरा के सरपंच कमल सिंह जाटव ने 11 जुलाई 2019 को अपनी ही पंचायत के सचिव शैलेन्द्र सिंह जाट के खिलाफ लोकायुक्त कार्यालय में भ्रष्टाचार से लाखों की संपत्ति अर्जित करने की शिकायत की थी। लोकायुक्त टीम ने बताया कि 31 अक्टूबर 2019 की स्थिति में पंचायत सचिव शैलेन्द्र सिंह जाट का कुल व्यय 43 लाख रुपये पाया गया। जबकि इनकी वैद्ध आय कुल 27 लाख होना पाई गई। जिस आधार पर पाए गए 61 प्रतिशत अधिक व्यय को देखते हुए उक्त सचिव के खिलाफ लोकायुक्त ने धारा 13/ 1 बी, 13/2 भ्रस्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
जिसके आधार पर जारी सर्च वारंट पर शुक्रवार को सुबह 5 बजे लोकायुक्त डीएसपी प्रधुम्न पाराशर, निरीक्षण कविंद्र चौहान, राघवेंद्र ऋषीश्वर, बृजमोहन सिंह नरवरिया, रानी नामदेव, आराधना डेविस, उप निरीक्षक सुरेश कुशवाह गठित दो अलग अलग टीमों के साथ मस्तूरा सचिव शैलेन्द्र जाट के नगर में वार्ड क्रमांक 9 स्थित घर एवं उनके गृह ग्राम किठौन्दा में छापामार कार्रवाही करने पहुँचे। जहां उन्होंने अर्जित की गई संपत्ति से सम्बंधित दस्ताबेज खंगाले।
वहीं नगर के वार्ड 9 में स्थित सचिव के घर गहन जांच के दौरान टीम को घरेलू सामान के साथ ग्राम किठौन्दा में कृषि भूमि खरीदने की एक रजिस्ट्री मिली। और एक अल्टो कार भाई नृपेंद्र के नाम से खरीदने के दस्तावेज, 7 लाख से अधिक की कीमत का लगभग 180 ग्राम सोना, 390 ग्राम चांदी, 27500 रुपये नगदी एवं कुछ अन्य व्यय संबधी कागजात मिले जिनका परीक्षण किये जाने की बात अधिकारियों ने कही है।
सचिव को अब तक 13 लाख 30 हजार वेतन से प्राप्त हुए
कार्रवाही के दौरान पूछने पर लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2008 से पदस्थ पंचायत सचिव शैलेन्द्र जाट को शासकीय सेवा के दौरान अब तक 13 लाख 30 हजार रुपये वेतन से प्राप्त हुए। उन्होंने बताया कि जांच उपरांत फाइनल चार्ट तैयार कर कुल सचिव की कुल संपत्ति का खुलासा किया जाएगा। प्रकरण में अनुसंधान किया जाकर जो साक्ष्य आएगा उसके आधार पर आगे वैधानिक कार्यवाह की जाएगा।
पुलिस छावनी बन गई गली और गांव की बस्ती
लगभग तीन दर्जन पुलिस कर्मियों के साथ सवेरे सवेरे सचिव के घर पहुँचे लोकायुक्त अधिकारियों से सचिव के नगर एवं किठौन्दा गाँव स्थित घर के आसपास लोगों का हुजूम कार्रवाही को देखने आतुर हो गया। कार्रवाही के दौरान कोई बाहरी व्यक्ति आ न सके इसके लिए सचिव के नगर एवं गांव स्थित घर की ओर जाने वाले मार्ग पर काफी पुलिस बल तैनात कर दिया।