इंदौर। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव खत्म होते ही कोरोनावायरस का संक्रमण पूरे प्रदेश में बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इंदौर में 7 नवंबर तक प्रतिदिन पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों की संख्या 100 से कम थी परंतु 8 नवंबर से लगातार बढ़ती जा रही है और दीपावली के बाद 18 नवंबर बुधवार को 255 नागरिक पॉजिटिव पाए गए। महामारी से मौत के मामले में इंदौर लगातार टॉप पर बना हुआ है। बुधवार को 3 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
इंदौर के प्राइवेट अस्पतालों में ICU फुल, सरकारी में इंतजाम नहीं
कोरोनावायरस के मामले में इंदौर में हालात फिर चिंताजनक बन रहे हैं। शहर के बड़े निजी अस्पतालों में आईसीयू में बेड नहीं मिल रहे और मरीजों को वेटिंग लिस्ट में रखा जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में बेड जरूर खाली हैं, लेकिन जिस उच्च व मध्यम वर्ग में अब कोरोना ज्यादा फैल रहा, वह इनके बजाय निजी अस्पतालों का रुख कर रहा है, क्योंकि सरकारी अस्पतालों की रिपोर्ट अच्छी नहीं है। डिस्चार्ज होकर बाहर आए मरीज कई तरह की शिकायतें करते हैं। सरकार कोई कार्यवाही नहीं करती।
18 दिनों में 2096 नए पाॅजिटिव, 40 लोगों की मौत
थोड़े दिन की राहत के बाद बुधवार देर रात फिर से एक बार कोरोना विस्फोट हुआ। 255 नए पाॅजिटिव मरीज सामने आए हैं। यह आंकड़ा नवंबर महीने का सबसे ज्यादा है। इससे पहले 19 अक्टूबर को 226 और 22 अक्टूबर को 251 पाॅजिटिव मिले थे। वहीं, 3 और मौतें भी हुई हैं। नंवबर के 18 दिनों में जहां 2096 नए पाॅजिटिव मरीज सामने आए हैं, वहीं 40 मरीजों की जान भी गई है। अब तक कुल 722 लोगों की जान जा चुकी हैं। एक्टिव मरीजों की बात करें तो जिले में अब 2163 संक्रमित मरीज हो गए हैं।
इंदौर शहर के 142 इलाकों में कोरोनावायरस से पीड़ित मरीज मिले
देर रात 142 क्षेत्रों से नए मरीज समाने आए। सबसे ज्यादा संक्रमित सुदामा नगर राधा कुंज रहा। यहां पर 10 लोगों में कोरोना मिला। इसके अलावा स्कीम नंबर -71, द्रविड़ नगर में 8, पलसीकर कॉलोनी में 8, सुखलिया वीणा नगर में 7, स्कीम नंबर- 94 में 6, एमआईजी रोड में 5, आशीष नगर में 5, भक्त प्रहलाद नगर छतरी बाग में 4, कंचन बाग में 4, अंजनी नगर में 4, गुमाश्ता नगर में 3, खातीवाला टैंक में 3, छोटी ग्वालटोली में 3, माणिक बाग रोड में 3, स्कीम नंबर - 78 में 3, पिगडंबर राउ में 3, साकेत नगर में 3, शिवधाम नगर में 3, रामचंद्र नगर में 3, विनय नगर में 3, टंगा खाना महू में 3, सांई कृपा कॉलोनी में 3 और केशव नगर में 3 संक्रमित मिले हैं।
ऐसी है अस्पतालों की स्थिति
CHL अस्पताल में परिजन मरीज को लेकर पहुंचे तो स्टाफ ने जवाब दिया कि ICU खाली नहीं हैं। मरीज को तुरंत ऑक्सीजन सपोर्ट की जरुरत थी। 12 मरीजों की वेटिंग बताते हुए उसे दूसरे अस्पताल में भेजा गया। बॉम्बे हॉस्पिटल में ICU के सभी 15 बेड फुल हैं। मेडिकेयर अस्पताल में सिर्फ एक बेड का ICU है, जहां किसी अन्य मरीज को नहीं रख सकते। शेल्बी हॉस्पिटल में 50 वर्षीय मरीज भर्ती होने के लिए इंतजार करते रहे, लेकिन बताया गया कि चार की वेटिंग चल रही है। चोइथराम अस्पताल में 30 बेड के ICU में फिलहाल 19 मरीज हैं, पर ज्यादा मरीज भर्ती नहीं कर पा रहे। इसका कारण स्टाफ का दिवाली की छुट्टी पर होना बताया जा रहा।
हमें भी सूचनाएं हैं कि भर्ती नहीं कर रहे: डॉ. जडिय़ा
ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि मरीजों को निजी अस्पतालों में भर्ती करने से इनकार किया जा रहा है, जबकि हमारी सूची में बेड खाली दिख रहे हैं, इसलिए सभी अस्पतालों में फोन कर वास्तविक स्थिति का पता लगा रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में बेड खाली हैं, लेकिन देखने में आ रहा है कि लोग स्वैच्छा से निजी लैब में जांच करवा रहे हैं और पॉजिटिव आने पर निजी अस्पतालों में जा रहे हैं।