इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के नेता गोपीकृष्ण नेमा के घर पर 20 से ज्यादा नकाबपोश बदमाशों ने हमला कर दिया। बदमाश दरवाजा-खिड़की तोड़कर घर के अंदर दाखिल नहीं हुए लेकिन घर के बाहर रखे सामान को तहस-नहस कर दिया। पुलिस का कहना है कि घटना के समय गोपीकृष्ण नेमा के घर मेहमान बैठे हुए थे, नकाबपोश बदमाश उन्हीं पर हमला करने के लिए आए थे। हमलावरों का लक्ष्य कुछ भी हो परंतु सरेआम किसी के घर में इस तरह गिरोह का घोषणा और उत्पात मचाना, इंदौर की पुलिस व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है।
दरवाजे पर नकाबपोश बदमाश नंगी तलवारें लिए खड़े थे
गोपीकृष्ण नेमा, व्यापारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष, विधायक, एवं भाजपा के नगर अध्यक्ष के पद पर रह चुके हैं। सिंधी समाज के बड़े नेताओं में गोपीकृष्ण नेमा का नाम गिना जाता है। घटना के बाद श्री नेमा ने बताया कि कुछ लोग दिवाली पर मिलने आए थे। हम लोग अंदर बैठे थे। बाहर गाली-गलौज की आवाज और शोर सुनाई दिया, तो बाहर आया। यहां देखा तो कुछ नकाबपोश लट्ठ और तलवारें लेकर घर के दरवाजे पर खड़े थे।
मेहमान ने बाहर जाने से रोका
मैं बाहर आने लगा, तो मिलने आए लोगों ने पकड़ते हुए कहा कि बाहर नहीं जाना है। बदमाशों ने दरवाजे पर लात मारी और दीवार पर लगी नेम प्लेट पर चाकू मारा। घर के बाहर रखे गमलों को तोड़ दिया। दरवाजे और खिड़कियों के कांच तोड़ दिए।
घर के बाहर जो युवक बैठा था उसे बेरहमी से पीटा
नेमा ने कहा कि 'मेरा किसी से विवाद नहीं है। घर पर मैं मेरी पत्नी, भाई और उसकी पत्नी थी। घर के बाहर एक युवक बैठा था, उसे भी पीटा। उसे अस्पताल ले जाया गया है। हमलावर 20 से 25 बाइक पर सवार होकर आए थे। उनकी संख्या करीब 40 लोगाें की रही होगी।' जानकारी लगते ही नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, विधायक मालिनी गौड़, कृष्णमुरारी मोघे, जेपी मूलचंदानी, सुदर्शन गुप्ता सहित कई भाजपा नेता पहुंचे।
पुलिस ने कहा 30-40 नहीं 15-20 लोग थे
पुलिस के अनुसार विवाद की जानकारी मिली थी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे थे। लोगों का कहना है कि 15 से 20 लोग थे लेकिन मुद्दा यह नहीं है कि हमलावरों की संख्या कितनी थी बल्कि मुद्दा यह है कि अपराधियों की हिम्मत इंदौर में इतनी कैसे बढ़ गई कि वह सरेआम हथियार लहराते हुए इस तरह किसी के भी घर में घुस आए और हमला करें।