इंदौर। उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को कोर्ट के 35 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए। इस तरह पिछले पांच दिनों में न्यायालय के 52 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। लगातार बिगड़ते हालात के बाद अब उच्च न्यायालय एक सप्ताह के लिए बंद करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ने इस संबंध में मुख्य न्याायाधीश को पत्र भी लिखा है।
उच्च न्यायालय में इन दिनों सुनवाई भले ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चल रही है लेकिन याचिका प्रस्तुत करने और अन्य कार्यों के लिए वकीलों और उच्च न्यायालय के स्टाफ को न्यायालय आना पड़ता है। विभाग के मुताबिक 23 नवंबर को जांच में पांच, 24 को तीन और 25 नवंबर को नौ कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए थे।
शुक्रवार को हुई जांच में 35 कर्मचारियों के एक साथ संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों के संक्रमित होने से जज और वकील भी सकते में हैं। बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अमरसिंह राठौर ने एक दिन पहले ही चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर कोर्ट का कामकाज सप्ताहभर के लिए पूरी तरह से बंद करने की मांग की थी। उन्होंने शुक्रवार को इस संबंध में एक बार फिर गुहार लगाई है। कोरोनाकाल में पिछले कई महीनों से यहां कामकाज बंद था। कई मामलों के लंबित होने के बाद न्यायालय का कामकाज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुरू करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन इसके लिए भी कुछ कर्मचारियों को न्यायालय परिसर में आना पड़ रहा है।