इंदौर। मध्य प्रदेश का हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामला एक बार फिर सुर्खियों में आने वाला है। इस केस की जांच कर रही एसआईटी ने आज कोर्ट को बताया कि हैदराबाद फॉरेंसिंक लैब भेजे गए मोबाइल एवं सीडी आदि डिवाइस की डिटेल रिपोर्ट आने वाली है। इसमें 2 से 3 सप्ताह का समय लग सकता है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होते ही जप्त किए गए सबूत कोर्ट में पेश कर दिए जाएंगे।
आरोपित लड़की ने फॉरेंसिक रिपोर्ट मंगवाने की गुहार लगाई थी
नगर निगम के तत्कालीन सिटी इंजीनियर हरभजनसिंह ने 17 सितंबर 2019 को हनी ट्रैप मामलेे में पलासिया पुलिस थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित लड़कियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। सभी फिलहाल जेल में ही हैं। हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने मामले में जब्त इलेक्ट्रानिक सबूत जांच के लिए हैदराबाद की फॉरेंसिंक लैब भेजे हैं। वहां से अब तक न सबूत लौटे न जांच रिपोर्ट। रिपोर्ट के अभाव में जिला कोर्ट में इस मामले में सुनवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है। आरोपित श्वेता की तरफ से पैरवी कर रहे एडवोकेट धर्मेंद्र गुर्जर ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि एसआइटी को आदेश दिया जाए कि हैदराबाद से रिपोर्ट जल्द से जल्द बुलवाई जाए।
SIT अधिकारियों ने जब तक संभव हो सका मामले को डाला
इस पर कोर्ट ने एसआइटी को बार-बार पत्र लिखकर पूछा कि हैदराबाद भेजे गए हार्ड डिस्क और सीडी की रिपोर्ट कब तक मिलने की संभावना है और रिपोर्ट जल्दी मिले इसके लिए क्या कार्रवाई की गई, लेकिन एसआइटी का कोई जवाब नहीं आया। इस पर पिछली सुनवाई पर कोर्ट ने विपिन माहेश्वरी एडीजी, एसटीएफ, रूचिवर्धन डीआईजी, मिलिंद कानस्कर एडीजी और शशिकांत चौरसिया पलासिया थाना प्रभारी को अवमानना नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
टीआई ने कोर्ट में पेश होकर फॉरेंसिक रिपोर्ट की जानकारी दी
शुक्रवार को शशिकांत चौरसिया पलासिया थाना प्रभारी कोर्ट में उपस्थित हुए। उन्होंने कोर्ट को बताया कि कांस्टेबल को हैदराबाद भेजा गया था। वहां से बताया गया है कि इलेक्ट्रानिक दस्तावेजों की जांच रिपोर्ट दो-तीन सप्ताह में जारी हो जाएगी। कोर्ट अब जवाब पर 23 नवंबर को बहस सुनेगी।