भोपाल। भारतीय स्टेट बैंक और दूसरे सरकारी बैंक के सामने स्टूडेंट्स की लाइन छोटी करने के लिए सरकार ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जरिए स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप और दूसरी योजनाओं का पैसा ट्रांसफर करने का फैसला किया है। यानी स्टूडेंट्स के बाद एसबीआई के अलावा कुछ दूसरे विकल्प भी है।
लोक शिक्षण संचालनालय मप्र की ओर से सभी संभागीय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण एवं जिला शिक्षा अधिकारियों को छात्रवृत्ति, लैपटॉप राशि सहित अन्य लाभकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों साथ ही इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) में छात्रों के खाते खुलवाए जाने के निर्देश दिए हैं। किसी भी स्टूडेंट के लिए यह अनिवार्य नहीं है परंतु विकल्प के रूप में उपलब्ध कराया गया है।
IPPB घर बैठे बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराता है
आइपीपीबी के डोरस्टेप बैकिंग के माध्यम से घर बैठे ही बैकिंग सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। छात्र घर बैठे ही सुविधा पूर्वक नियमित बैंकिंग लेनेदेन का कार्य कर सकते हैं। क्योंकि डाकघर और डाक कर्मचारियों का व्यापक नेटवर्क देश के दूरस्थ क्षेत्रों तक सेवाओं को पहुंचाता है।
स्कूल शिक्षा विभाग के अतर्गत संचालित समेकित छात्रवृत्ति योजना एवं अन्य हितग्राही मूलक योजनाओं में राशि का भुगतान सीधे विद्यार्थी के बैंक खाते में किया जाता है। लेकिन दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों के खाते खोलन में परेशानी होती है।
इसलिए अब इस समस्या को दूर करने के लिए आइपीपीबी में भी खाते खोले जा सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के अंतिम व्यक्ति तक बैकिंग सेवा उपलब्ध कराना ही मुख्य उद्देश्य है। यह भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है।