मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में आज के महत्वपूर्ण समाचारों में पश्चिम मध्य रेलवे ने शुरू की जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस, विवाहेतर संबंध के चलते पति ने की पत्नी की हत्या, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अव्यवस्थाऐं, कोरोना के कारण डॉक्टरी पढ़ाई अब संकट में, Agu ब्रांड के नकली मसाले फैक्टरी पर छापा, VFG द्वारा अब सुरंग रोधी वाहन बनाए जाएंगे, धनतेरस के दिन मिले चांदी के सिक्के और भी महत्वपूर्ण समाचार
जबलपुर से निजामुद्दीन के लिए स्पेशल ट्रेन
जबलपुर, पश्चिम मध्य रेलवे के यात्रियों की मांग को देखते हुए त्योहारी सीजन में जबलपुर से निजामुद्दीन के लिए फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। इस घोषणा के बाद यात्रियों में खुशी देखी जा रही है। यह पूर्ण आरक्षित ट्रेन 11, 11 ट्रिप के साथ चलेगी। गाड़ी संख्या- 02174 जबलपुर से निजामुद्दीन तक (20 से 30 नवंबर तक) तथा गाड़ी संख्या 02173 निजामुद्दीन से जबलपुर तक (21 नवंबर से 1 दिसंबर तक) प्रतिदिन चलेगी।
वाटर हार्वेस्टिंग: हाईकोर्ट ने भोपाल नगर निगम से जवाब तलब किया
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने जबलपुर और भोपाल नगर निगम से पूछा है कि वाटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य क्यों नहीं किया जा रहा। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय यादव और जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगल पीठ ने इस संबंध में तीन सप्ताह के अंदर जवाब पेश करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
4 साल बाद नसबंदी फेल, दंपत्ति ने सरकार से मुआवजा मांगा
जबलपुर ,चंद्रशेखर वार्ड गणेशगंज रांझी निवासी गुलाब चौधरी ने अपनी पत्नी रेनू चौधरी का नसबंदी ऑपरेशन सिविल अस्पताल रांची में 22 दिसंबर 2016 को (4 साल पहले कराया था) परंतु ऑपरेशन फेल होने के कारण महिला गर्भवती हो गई। बेरोजगार दंपत्ति ने स्वास्थ्य विभाग से मुआवजे की मांग की है क्योंकि महंगाई के दौर में दो बच्चों का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो रहा है, वहीं अब तीसरे बच्चे की जिम्मेदारी आ गई है।
पत्नी को पान मेें जहर मिलाकर खिलाया, मौत
जबलपुर, बरगी थाना क्षेत्र में एक युवक जिसका नाम देवेंद्र पटेल उर्फ गोलू पटेल (उम्र 38 वर्ष) है ने विवाहेतर संबंध के चलते अपनी पत्नी प्रियंका (28 वर्षीय) को जहरीला पान तथा जूस पिलाकर मार डाला। मायके पक्ष ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना का आरोप भी लगाया है। पुलिस ने आरोपी पति सहित ससुराल के चार लोगों पर अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर लिया है।
जबलपुर मेडिकल अस्पताल 120 वार्डबॉय लेकिन स्ट्रेचर कोई नहीं खींचता
जबलपुर, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों के साथ साथ उनके स्वजनों को भी अस्पताल की अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि मेडिकल कॉलेज में मरीजों की सुविधाओं के नाम पर करोड़ों खर्च किए जाते हैं परंतु यहां मरीजों के लिए स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं होता। यहां लगभग 120 वार्ड बॉय पदस्थ है परंतु यदि मरीजों के लिए स्ट्रेचर मिल जाए तो उनके परिजनों को स्वयं ही स्ट्रेचर खींचना पड़ता है।
एमबीबीएस छात्रों के लिए डेडबॉडी नहीं, पढ़ाई कैसे करें
जबलपुर, मेडिकल कॉलेज में कोरोना के कारण डॉक्टरी पढ़ाई पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है। कोरोना के चलते पिछले 7 महीने से यहां एक भी डेडबॉडी नहीं मिली। जबकि यहां मेडिकल कॉलेज में 180 सीट है और प्रति 10 छात्र पर एक डेड बॉडी के हिसाब से हर साल 18 से 20 ह्यूमन डेड बॉडी चाहिए होती है। शरीर रचना विभाग अध्यक्ष डॉ एन एल अग्रवाल ने बताया कि ह्यूमन डेड बॉडी ना मिलने के कारण छात्रों को अब 3D वर्चुअल डिसेक्टर से ही पढ़ाई करवाई जाएगी।
AGU मसालों के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज
जबलपुर, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे ने बताया कि ग्राम ओरिया स्थित गुप्ता वेयरहाउस में अनमोल नगर, त्रिमूर्ति नगर निवासी दीपक भोजक (26 वर्ष) आरती गृह उद्योग, AGU के नाम से मसाला फैक्ट्री संचालित कर रहा था। यहां बिना हल्दी के हल्दी पाउडर, बिना मिर्च के मिर्च पाउडर व बिना धनिया के धनिया पाउडर बनाया जा रहा था। यहां चावल के आटे, भूसी व केमिकल कलर से मनचाहे नकली मसाले तैयार किए जा रहे थे। कार्रवाई के बाद फैक्ट्री को सील कर फैक्ट्री के मालिक दीपक भोजक के खिलाफ माढोताल थाने में प्रकरण दर्ज लिया गया है।
जबलपुर में बनेगा सेना के लिए अत्याधुनिक सुरंग रोधी वाहन
जबलपुर, वीजेएफ के महाप्रबंधक अतुल गुप्ता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित एक कार्यक्रम में जानकारी देते हुए बताया कि अब वीजेएफ मे अत्याधुनिक सुरंग रोधी वाहन बनाए जाएंगे। 12 सैन्य जवानों को एक साथ ले जाने में सक्षम इस वाहन को 5 से 35 किलोग्राम का बारूदी सुरंग भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। वीजेएफ सुरंग रोधी वाहन मॉडिफाई साइंस प्रोडक्टिव व्हीकल (MMPV) को और उन्नत बनाने में जुटी है। शक्तिशाली इंजन होने के कारण वाहन दुर्गम रास्तों पर भी आसानी से जा सकेगा।
झांझनखेड़ा गांव में गौशाला की दीवार से चांदी के सिक्के निकले
जबलपुर, साईं खेड़ा जनपद ग्राम के झांझनखेड़ा में मुगलकालीन चांदी के सिक्के निकलने से होड़ मच गई है। सरपंच जितेंद्र सिंह कौरव के अनुसार ग्राम पंचायत द्वारा बनवाई जा रही गौशाला में मिट्टी की पुराई कराई गई थी। तभी धनतेरस के 1 दिन पहले जब वहां पानी सींचा जा रहा था, तो एक मजदूर को एक से दो पुराने सिक्के मिले। यह सिक्के करीब 10 से 12 ग्राम वजन के हैं और इन पर फारसी भाषा में इबारत लिखी हुई है। क्षेत्र के पुरातत्वविद डॉक्टर अजय जायसवाल के अनुसार इन सिक्कों पर लिखी फारसी इबारत देखने में मुगल कालीन शासक औरंगजेब के जमाने की लगती है।