मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में आज के प्रमुख समाचारों में 50 साल से ज्यादा उम्र के 50 हज़ार लोगों का डाटा तैयार, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में साउंडप्रूफ स्टूडियो तैयार ,रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का 32 वां वार्षिक दीक्षांत समारोह ,नगर निगम की लापरवाही ,मध्य प्रदेश का पहला डिलोमेशन ग्राउंड तैयार ,लोक सेवा केंद्रों में आज से बनाए जाएंगे आयुष्मान कार्ड, बकाया करों की वसूली और प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक और भी महत्वपूर्ण समाचार
जबलपुर कैंटोनमेंट बोर्ड के 5000 कर्मचारी हड़ताल पर
जबलपुर छावनी परिषद (कैंटोनमेंट बोर्ड) के पांच हजार अधिकारी-कर्मचारी सोमवार को हड़ताल पर चले गए। हड़ताल के चलते पूरे क्षेत्र में आवश्यक सेवाएं प्रभावित हो गईं। पानी से लेकर सफाई की व्यवस्था ठप कर दी गई। क्षेत्र निवासी आरटीआई कार्यकर्ता मौसम लाल पासी ने शनिवार को कैंट थाने में छावनी परिषद के स्वास्थ्य अधिकारी अभय सिंह परिहार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी के विरोध में कर्मचारियों ने हड़ताल कर दिया।
50 साल से ज्यादा उम्र के 50 हज़ार लोगों का डाटा तैयार
जबलपुर प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के तेज होने के डर से "कोविड-19 वयोवृद्ध सुरक्षा अभियान " चलाया है, जिसके तहत कलेक्टर के निर्देश पर 50 साल से ज्यादा उम्र 50 हज़ार लोगों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। ताकि कंट्रोल कमांड सेंटर के जरिए उनकी सेहत पर नजर रखी जा सके।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में साउंडप्रूफ स्टूडियो तैयार
कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल ,कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक की पढ़ाई प्रभावित हुई है। ऐसे में अधिकांश कार्य ऑनलाइन ही हो गए हैं। इसी को देखते हुए रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने अपना साउंडप्रूफ स्टूडियो तैयार कर लिया है। जहां हाई डेफिनेशन कैमरा, ऑडियोवीजुअल, माइक, रिकॉर्डिंग सिस्टम, टीवी, कंप्यूटर, फ्लैशलाइट ,प्रोजेक्टर आदि तकनीकी व्यवस्थाएं होंगी। यहीं से ऑनलाइन क्लास संचालित की जाएंगी।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का 32 वां वार्षिक दीक्षांत समारोह
कोरोना संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने एक अनूठी पहल करते हुए अपनी तकनीक का उपयोग करते हुए अपने वार्षिक दीक्षांत समारोह को डिजिटल तरीके से करने का निर्णय लिया है। कुलपति प्रोफेसर कपिल देव मिश्रा द्वारा इस संबंध में सभी अधिकारियों व विभागअध्यक्षों के साथ बैठक कर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
भ्रष्टाचार: नगर निगम मच्छर नहीं मारता, सिर्फ भगाता है
यह वैज्ञानिक तथ्य है कि मच्छर केवल पानी में ही पैदा होते हैं और उसमें से अधिकांश मच्छर गंदे पानी में ही अंडे देते हैं। शहर में अब करीब 38 ताल तलैया हैं परंतु नगर निगम ऐसे स्थानों पर कीटनाशकों का छिड़काव नहीं करता क्योंकि इससे मच्छरों को मारने के नाम पर किया जाने वाला खर्च बंद हो जाएगा और फिर कमीशन नहीं मिलेगा। इसी कारण छिड़काव में मेलाथियान और किंगफोग नामक कीटनाशकों का इस्तेमाल होता है। इनसे मच्छर मरते नहीं है बल्कि सिर्फ भाग जाते हैं।
मध्य प्रदेश का पहला डिमोलेशन ग्राउंड तैयार
मध्य प्रदेश का पहला डिमोलेशन ग्राउंड( विध्वंस मैदान) जबलपुर के खमरिया में बनकर तैयार हो गया है। पहले पुराने गोला बारूद को नष्ट करने के लिए महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश ले जाना पड़ता था, जो कि काफी जोखिम का काम होता था। अब इस 14.50 किलोमीटर में फैली लॉन्ग प्रूफ रेंज (एलपीआर) में अत्याधुनिक तरीके से पुराने गोला बारूद नष्ट किए जा सकेंगे। इसका निर्माण कार्य करीब डेढ़ वर्ष से चल रहा था। कमांडेंट ब्रिगेडियर निश्चय राउत ने बताया कि इससे करीब 10 करोड़ रु की सालाना बचत होगी।
जबलपुर में पटाखों पर प्रतिबंध!, NGT आदेश के बाद मुख्य सचिव को पत्र लिखा
नेशनल ग्रीन टिब्यूनल (एनजीटी) ने अपने ताजा आदेश में साफ कर दिया है कि जिन शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 'पुअर है, वहां पटाखों के विक्रय, संग्रह व उपयोग पर प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए। राज्यों के मुख्य सचिवों को इस सिलसिले में सभी जिला कलेक्टर्स को दिशा-निर्देश जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। उक्त आदेश की रोशनी में नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच, जबलपुर के प्रांताध्यक्ष डॉ.पीजी नाजपांडे, समाजसेवी रजत भार्गव व अधिवक्ता प्रभात यादव ने कोर्ट-जबलपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से ऊपर यानी 'पुअर कोटि में आने की वजह से पटाखों पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है।