इंदौर। मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव 2020 मंदसौर सीट पर शर्मनाक शिकस्त से खिसियाए कमलनाथ ने तीन बड़े नेताओं को कांग्रेस पार्टी से अगले फेरबदल या फिर अधिकतम 6 साल तक के लिए निष्कासित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन के साथ ही इस तरह के फैसले बदल जाते हैं।
मंदसौर में कौन-कौन से कांग्रेस नेताओं को निष्कासित किया गया
प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मंदसौर के जिला कार्यकारी अध्यक्ष संदीप वर्मा, युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कर्मवीर सिंह भाटी और युवक कांग्रेस के सचिव चेतन चौधरी को निष्कासित कर दिया है। तीनों के खिलाफ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के विरुद्ध काम करने का आरोप है। जबकि तीनों नेताओं का कहना है कि कमलनाथ ने गलत व्यक्ति को टिकट दिया। हमने पार्टी हित में प्रत्याशी बदलने की मांग की थी।
सुवासरा (मंदसौर) उपचुनाव 2020 का रिजल्ट, किसे कितने वोट मिले
सुवासरा (मंदसौर) विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से हरदीप सिंह डंग और कांग्रेस पार्टी की ओर से राकेश पाटीदार चुनाव मैदान में थे। उपचुनाव में भाजपा के हरदीप सिंह डंग को 117,142 और कांग्रेस पार्टी के राकेश पाटीदार को 87,991 वोट मिले हैं। कांग्रेस प्रत्याशी राकेश पाटीदार 29151 वोटों से पराजित हुए। यह एक शर्मनाक पराजय है।
मंदसौर के तीन नेताओं ने कमलनाथ और उनके सर्वे को पलट के रख दिया
मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव 2020 में कमलनाथ ने टिकट वितरण के लिए एक नई रणनीति पर काम किया था। पार्टी कार्यकर्ताओं की जगह पर एक प्राइवेट सर्वे एजेंसी के फीडबैक के आधार पर प्रत्याशियों का चयन किया गया था। सुवासरा सीट पर भी ऐसा ही हुआ था। निष्कासन की कार्रवाई के बाद यह कहा जा सकता है कि मंदसौर के तीन नेताओं ने सर्वे एजेंसी के निष्कर्ष और कमलनाथ के तमाम प्रचार अभियान को नुकसान पहुंचाते हुए चुनाव परिणाम पलट कर रख दिया। 25000 वोटों से जीत की जगह 29000 वोटों से पराजय हो गई। मात्र 3 नेताओं ने करीब 50000 वोटों को प्रभावित किया।