भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश ने एमपी बोर्ड परीक्षा 2021 की तैयारियां शुरू कर दी है। गाइडलाइन जारी की गई है कि इस साल केवल उन्हीं स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा जिनका इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा हो और जिसमें सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हो। यानी इस साल कई पुराने परीक्षा केंद्र बदल दिए जाएंगे।
निर्धारित दिशा निर्देश के अनुसार मध्य प्रदेश के जिला स्तर पर ऐसे स्कूलों का चयन किया जाए, जिसमें कंप्यूटर, इंटरनेट, प्रिंटर, फोटोकापी मशीन स्वयं की हो या किराए पर आसानी से उपलब्ध हो सके। साथ ही परीक्षा केंद्रों का चयन सरकारी या निजी के बजाय स्कूलों में उपलब्ध अधोसंचरना, संसाधन एवं सुविधाओं के आधार पर किया जाए। मंडल ने इस साल दसवीं-बारहवीं के प्रश्न-पत्र परीक्षा केंद्रों पर आनलाइन भेजने का निर्णय लिया है। केंद्र पर ही पेपर का प्रिंट निकालकर विद्यार्थियों को वितरित किए जाएंगे। इससे परीक्षा शुरू होने के पहले पेपर आउट होने की संभावना भी नहीं रहेगी।
मंडल द्वारा 2020-21 की परीक्षा में परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न-पत्र आनलाइन व पेन ड्राइव के माध्यम से उपलब्ध कराएगा। इस बार बोर्ड परीक्षा टाटपट्टी या टेंट लगाकर नहीं लिया जा सकेगा। साथ ही दो पालियों में परीक्षा होने से कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों में सुरक्षित शारीरिक दूरी का भी पालन होगा। मंडल ने परीक्षा केंद्रों को लेकर सभी जिले के कलेक्टर को गाइडलाइन जारी कर दी है।
ज्ञात हो कि मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं-12वीं परीक्षा में हर साल करीब 20 लाख विद्यार्थी शामिल होते है। प्रदेश में साढ़े तीन हजार से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए जाते है। मंडल द्वारा 10वीं-12वीं के प्रश्न-पत्र जिले की समन्वयक संस्थाओं में पहुंचाएं जाते हैं। समन्वय संस्था द्वारा प्रश्न-पत्रों का वितरण परीक्षा केंद्रों को किया जाता है। इस परिवहन व्यवस्था में मंडल की लाखों रुपये में राशि खर्च होती है। साथ ही परीक्षा केंद्रों से कई बार पेपर आउट होने की अफवाह भी फैलती है। इस कारण मंडल ने यह निर्णय लिया है।
30 नवंबर तक परीक्षा केंद्रों की सूची भेजनी है
मंडल द्वारा परीक्षा केंद्रों के निर्धारण को लेकर स्पष्ट निर्देश हैं कि परीक्षा केंद्रों के लिए ऐसे स्कूलों का चयन किया जाए, जिसमें कंप्यूटर, इंटरनेट, प्रिंटर, फोटोकाॅपी मशीन स्वयं की हो या किराए पर आसानी से उपलब्ध हो सके। साथ ही परीक्षा केंद्रों का चयन सरकारी या निजी के बजाय स्कूलों में उपलब्ध अधोसंचरना, संसाधन एवं सुविधाओं के आधार पर किया जाए। 25 नवंबर तक परीक्षा केंद्रों का चयन करना होगा। परीक्षा केंद्रों के चयन के बाद जिला योजना समिति से फाइनल कराकर 30 नवंबर तक सभी जिलों को मंडल में सूची भेजना होगी।
250 विद्यािर्थयों से कम संख्या वाले स्कूल नहीं बनेंगे परीक्षा केंद्र
इस गाइडलाइन में परीक्षा केंद्रों में शामिल स्कूलों की दूरी शहरी क्षेत्र में 5 किमी एवं ग्रामीण क्षेत्र में 10 किमी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। परीक्षा केंद्र के लिए ऐसे स्कूलों का चयन किया जाए, जहां फर्नीचर, पेयजल, प्रसाधन व सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था हो। एक परीक्षा केंद्र में 250 से कम परीक्षार्थी होने की स्थिति में ऐसे स्कूल को परीक्षा केंद्र के लिए प्रस्तावित नहीं किया जाए। एक परीक्षा केंद्र पर तीन स्कूलों के विद्यार्थियों को शामिल किया जाए।