भोपाल। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में प्रदेश सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज शिवपुरी सहित प्रदेश के अन्य पॉलीटेक्निक महाविद्यालयों में हिन्दू धर्म के सर्वमान्य एवं त्योहारों में सर्वोपरि हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने बाला एवं प्रकाश पर्व पर भी नहीं जलेंगे खुशी के दीपक अतिथि व्याख्याताओं के घर क्यों की अतिथि व्याख्याताओं को नहीं मिला मानदेय।
यह है कि कोरोंना वैश्विक महामारी (कोविद -19) में पूरे प्रदेश में सभी अतिथि व्याख्याता शासन द्वारा जारी एसओपी के अनुसार संस्था में उपस्थित होकर ऑनलाइन कक्षाएं लगातार लेे रहे है।फिर भी दीवाली पर्व पर अतिथि व्याख्याताओं को शासन द्वारा मानदेय नहीं दिया गया है। इसके संबध में लगातार तकनीकी शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है दीवाली पर्व शुरू हो चुका है लेकिन धनतेरस वाले दिन तक भी पॉलीटेक्निक अतिथि व्याख्याताओं को मानदेय नहीं मिला है।
वहीं प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी हर्सोल्लास के साथ दीवाली मनाएंगे वहीं कोरोंना वैश्विक महामारी में आर्थिक तंगी से जूझ रहे पॉलीटेक्निक अतिथि व्याख्याताओं के घरों में रहेगा अंधेरा रहेगा नहीं जलेंगे दीवाली के दिए।
अतिथि शिक्षक भी धनतेरस पर धन को तरसे
अतिथि शिक्षक आशीष कुमार बिरथरिया, उदयपुरा जिला रायसेन म.प्र ने बताया कि प्रदेश का एक शोषित वर्ग जो भाजपानीत सरकार मे प्रदेश की स्कूल शिक्षा को आधार देने का कार्य वर्ष 2006-07 से कर रहा है वह कोरोना संक्रमण के कारण विधालय बंद रहने से विगत अप्रैल माह से बेरोजगार है व इस धनतेरस पर धन को तरस रहा है क्योंकि न तो उसे लाकडाउन का वेतन मिला न ही जुलाई के बाद से मिलने वाला काम ये है। पीईबी परीक्षा पास डीएड, बीएड 5-10 साल सेवा दे चुके अतिथिशिक्षक 35-40 की उम्र को पार कर चुके हैं। माता पिता के साथ ही परिवार की भी जिम्मेदारी है।