भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं उपचुनाव में कांग्रेस का चेहरा श्री कमलनाथ का कहना है कि शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 62 वर्ष से घटाकर पुनः 60 वर्ष करने का फ़ैसला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ धोखा है। इस निर्णय से उनके सामने संकट खड़ा होने वाला है।
शिवराज सरकार पुनर्विचार करे, हमारी सरकार बनी तो निर्णय निरस्त कर देंगे
एक तरफ़ सरकार एरियर्स देने की स्थिति में नहीं है तो वो ग्रेच्युटी व पेंशन कैसे देगी ? चुनाव के पूर्व इस निर्णय से सरकार की नियत का खोट उजागर हुआ है। यह निर्णय उनके साथ अन्याय व भेदभाव पूर्ण है। भाजपा सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करे। कांग्रेस सरकार आने पर कर्मचारी विरोधी निर्णयों को निरस्त करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री कमलनाथ के इस बयान का खंडन किया है। पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
सिर्फ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की रिटायरमेंट एज कम क्यों की: भूपेंद्र गुप्ता वाइस प्रेसिडेंट (MPCCMD)
मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया डिपार्टमेंट के वाइस प्रेसिडेंट भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि ऐन चुनाव के पूर्व 29 अक्टूबर को गजट प्रकाशन करने से सरकार की नीयत का खोट उजागर हो गया है। किसी विशेष वर्ग के कर्मचारियों की सेवा शर्तों में बदलाव उस संवर्ग के कर्मचारियों के साथ अन्याय और भेदभाव पूर्ण हैं। गुप्ता ने कहा कि सरकार इस फैसले को तत्काल वापिस ले या फिर सभी संवर्ग के कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी इसे लागू करे। गुप्ता ने विश्वास जताया कि इस भेदभाव का उपचुनाव में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जरूर देंगे।