भोपाल। फिलहाल यह अच्छी खबर है परंतु यदि जांच के बाद मान्यता मिल गई तो इसे इतिहास में दर्ज किया जाएगा। मध्य-प्रदेश के खरगोन जिले मोठापुरा गांव में रहने वाले साइंस के टीचर श्री नरेंद्र कर्मा ने एक नई ग्रह को खोजने का दावा किया है।
नासा के एस्टेरॉइड सर्च प्रोग्राम में सिटीजन साइंटिस्ट थे नरेंद्र कर्मा
खरगोन के साइंस टीचर श्री नरेंद्र कर्मा सरकार की तरफ से आयोजित क्षुद्र ग्रह खोज कार्यक्रम में सिटीजन साइंटिस्ट के रूप में शामिल हुए थे। अभी इस ग्रह की जांच होगी इसके बाद कर्मा इसका नाम भी रख सकेंगे। नरेंद्र कर्मा एक साइंस क्लब के कॉर्डिनेटर भी हैं।
उन्होंने बताया कि उनका चयन स्पेस एजेंसी नासा के एस्टेरॉइड खोज कार्यक्रम में हुआ था जो इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलेबोरेशन के अंतर्गत होता है। वहां उन्होंने करीब 45 दिन का एस्टेरॉइड खोज का प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद एस्ट्रोनॉमिका सॉफ्टवेयर पर काम करना भी सीखा।
पृथ्वी की पहरेदारी भी करते हैं नरेंद्र कर्मा
नरेंद्र कर्मा पृथ्वी को उल्का पिंडों के खतरों से आगाह करने का काम कर रहे हैं। उनका कहना है गुरुत्वाकर्षण के कारण उल्का पिंड पृथ्वी के काफी नजदीक आ जाते हैं, इन पर नजर काफी महत्वपूर्ण है कभी ऐसे ही उल्का पिंड पृथ्वी के टकरा सकते हैं और महाविनाश को निमंत्रण दे सकते हैं।