भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में क्लीन बोल्ड हो चुके अपने समर्थकों को सत्ता में वाइल्ड कार्ड एंट्री दिलाने की कोशिश कर रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। सौहार्दपूर्ण मुलाकात के बाद श्री सिंधिया संतुष्ट नजर आए। ऑफिशल स्टेटमेंट में उन्होंने कहा कि मंत्री पद मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है।
सीएम से मिलकर निकले सिंधिया ने कहा कि 'मंत्रिमंडल पर चर्चा नहीं'
ज्योतिरादित्य सिंधिया 11 दिन बाद एक फिर सोमवार को दिल्ली से भोपाल पहुंचे। सिंधिया ने कहा कि विकास के मुद्दों के साथ प्रदेश के अहम मुद्दों पर मंथन करेंगे। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी में इस तरह के मुद्दों पर 1to1 चर्चा नहीं होती, विकास के मुद्दों पर सत्ता या संगठन की बैठक होती है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच 45 मिनट की बातचीत हुई। उसके बाद वे शिवराज के साथ ओरछा के लिए रवाना हो गए। सिंधिया ने कहा कि मंत्रिमंडल पर चर्चा नहीं की गई। यह सीएम का विशेष अधिकार है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथ से मंत्रालय जा रहे हैं
विधानसभा उपचुनाव में पूरी ताकत लगा देने के बावजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया डबरा विधानसभा से इमरती देवी को चुनाव नहीं जिता पाए। इमरती देवी के पास महिला एवं बाल विकास विभाग था। इसके अलावा गिर्राज दंडोतिया और एदल सिंह कंसाना भी मंत्री पद पर रहते हुए चुनाव हार चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते हैं उनके विभाग उनके समर्थक मंत्रियों को दे दिए जाएं। इसके अलावा हारे हुए मंत्रियों को किसी भी प्रकार से सत्ता में शामिल किया जाए। इसी सिलसिले में फाइनल राउंड की बातचीत करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया 11 दिन पहले भोपाल आए थे परंतु सीएम शिवराज सिंह चौहान के ससुर साहब का निधन हो जाने के कारण मुलाकात नहीं हो पाई, और सोमवार को शिवराज सिंह चौहान के ससुराल में सभी आवश्यक कार्यक्रम समाप्त होने के तत्काल बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री से मिलने आ गए।