भोपाल। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने के बाद अपने हिस्से के मंत्रालय और उप चुनाव हार गए समर्थकों को सरकारी सिस्टम में फिट करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल आ रहे हैं। श्री सिंधिया, सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलेंगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का निर्धारित कार्यक्रम
ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली से सोमवार सुबह साढ़े 10.30 बजे फ्लाइट से भोपाल पहुंचेंगे। लोकल कार्यक्रम के बाद दोपहर डेढ़ बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करेंगे। दोपहर डेढ़ बजे से लेकर दोपहर सवा दो बजे तक करीब 45 मिनट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मीटिंग रहेगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया इससे पहले भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मिलने आई थी परंतु शिवराज सिंह के ससुर का निधन हो जाने के कारण मुलाकात टल गई थी। ठीक 11 दिन बाद वही मुलाकात होने जा रही है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान की मीटिंग का एजेंडा
आधिकारिक तौर पर तो दोनों मध्य प्रदेश की समस्याओं और विकास पर चर्चा करेंगे परंतु अनऑफिशियल कहा जा रहा है कि स्थाई सरकार बनने के बाद दोनों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा सबसे मुख्य मुद्दा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक केवल विधानसभा उपचुनाव नहीं आ रहे बल्कि मंत्री पद भी हार गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने हिस्से के मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं।
इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते हैं कि इमरती देवी, गिर्राज दंडोतिया और एदल सिंह कंसाना को सरकार में मंत्री पद का दर्जा दिया जाए, क्योंकि यह सभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के कहने पर विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए हैं। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी संगठन में भी सिंधिया समर्थकों को बराबरी का हक दिया जाना है। हालांकि संगठन सोमवार की मीटिंग के एजेंडे में नहीं है। क्योंकि संगठन का मामला ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में ही सुल्टा लिया है। शेष बातचीत के लिए उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को दिल्ली तलब कर लिया था।