भोपाल। मध्यप्रदेश के बालाघाट में अपनी फिल्म की शूटिंग करने आईं प्रख्यात अभिनेत्री विद्या बालन के साथ हुए घटनाक्रम के मामले में कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मांग की है कि जिसके लिए वह प्रदेश के मुखिया होने के नाते माफी मांगने। इस तरह की घटनाओं से प्रदेश की बदनामी होती है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के (भूपेंद्र गुप्ता) उपाध्यक्ष मीडिया विभाग की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सुविख्यात अभिनेत्री विद्या बालन द्वारा एक मंत्री के डिनर प्रस्ताव को अस्वीकार कर देने के कारण उनकी शूटिंग में बाधाएं उपस्थित की गईं। उससे मध्य प्रदेश की बदनामी हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे ऐसे मंत्रियों को संयम की सीख दें जो अपनी इच्छाओं को व्यक्त करने में अत्यंत अधीर होते हैं।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की साढे सात करोड़ जनता अपने संस्कारों को जानती है। उसने देश का कला नेतृत्व किया है और इस प्रदेश ने रवि शंकर जैसी प्रतिभायें देकर पूरे विश्व में सम्मान दिलाया है आज उसी प्रदेश में ऐसी अनूठी कलाकार के साथ किए गए इस व्यवहार से पूरे मध्यप्रदेश की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है।
मध्य प्रदेश की साढे सात करोड़ जनता की तरफ से मुख्यमंत्री को विद्या बालन से माफी मांगनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की किसी भी सृजनशील गतिविधि में अपनी शक्ति दिखाने के लिए बाधाएं उपस्थित नहीं की जाएंगी। स्मरण रहे कि मध्य प्रदेश की जनता भाजपा के ऐसे कई मंत्रियों के असंयत व्यवहार की साक्षी रही है जिस पर रोक लगाकर प्रदेश के सम्मान की रक्षा करना जरूरी है।
दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सरकार अगर प्रख्यात कलाकारों से क्षमा मांगती है तो इससे प्रदेश का नाम ऊंचा ही होगा और पहले से ही व्यापम, ई टेंडर, महिला उत्पीड़न, कुपोषण आदि से पहले ही बदनाम प्रदेश को कम से कम कला के क्षेत्र में बदनाम होने से बचाया जा सकेगा। सभी जानते हैं कि एक समय मध्य प्रदेश अंतरराष्ट्रीय कला सर्जना को नेतृत्व देता रहा है।