भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक तरफ लोन पर लोन लिए जा रहे हैं और दूसरी तरफ उसको चुकाने के लिए जनता पर नए-नए टैक्स लगा रहे हैं। इसी लिस्ट में नया नाम है गाय के नाम पर टैक्स। दरअसल मध्य प्रदेश पर 2 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी सभाओं पर करोड़ों रुपए खर्च किए, विकास के नाम पर कई इस तरह के काम करवाए गए जिनकी जरूरत नहीं थी और लोन बढ़ता चला गया। खर्चे अभी भी कम नहीं किए जा रहे हैं जबकि लोन चुकाने के लिए जनता पर टैक्स लगाए जा रहे हैं।
अपने लोगों से हां करवा कर जनादेश बताएंगे शिवराज सिंह चौहान
गोपाष्टमी के अवसर पर अगर-मालवा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम चौहान ने 'गौमाता' टैक्स के बारे में बोलते हुए 'भारतीय संस्कृति' का आह्वान किया। शिवराज ने लोगों से पूछा- "मैं 'गौमाता' (गाय) के कल्याण के लिए और गौशालाओं के उत्थान के लिए कुछ मामूली कर लगाने के बारे में सोच रहा हूं... क्या यह ठीक रहेगा?" इस पर सभा में मौजूद उन लोगों ने हां में जवाब दिया जिन्हें इस तरह का जवाब देने के लिए बुलाया गया था।
इसके बाद क्या कुत्तों के लिए भी टैक्स लगाएंगे
सीएम शिवराज ने कहा, "हमारी संस्कृति रही है कि हम गायों को पहले रोटी (घरों में पके हुए) खिलाते थे। इसी तरह, हम कुत्तों को आखिरी रोटी खिलाते थे। हमारी भारतीय संस्कृति में जानवरों के लिए यही चिंता थी, जो अब लुप्त हो रही है। इसलिए हम गायों की खातिर जनता से कुछ छोटे टैक्स वसूलने की सोच रहे हैं। / शिवराज सिंह चौहान खर्चे कम नहीं कर रहे हैं, इसलिए कहा जा सकता है कि काऊ टैक्स लगाने के बाद भी मध्य प्रदेश की जनता पर कर्ज खत्म नहीं होने वाला। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कुत्ते का जिक्र कर दिया है। सवाल यह है कि क्या अगली बार कुत्ते के लिए टैक्स लगाएंगे।