सीधी। जिले में शासकीय स्कूलों में कार्य कर रहे अतिथि शिक्षकों के साथ लगातार सरकार के साथ-साथ अधिकारी व संकुल प्राचार्य भी शोषण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिले के ऐसे कई संकुल है जहां पर अतिथि शिक्षकों का मामला पिछले सत्र से लेकर अभी तक नहीं निपट पाया है।
अतिथि शिक्षक नियुक्ति व मानदेय को लेकर वरिष्ठ कार्यालयों का चक्कर काटते हैं लेकिन जिम्मेदार वरिष्ठ कार्यालय के आदेशों का पालन न करते हुए उन आदेशों को दबा कर चुपचाप रख लेते हैं और पीड़ितों से कहते हैं कि यह आदेश किसने किया है ऐसे आदेश रोज करते रहते हैं हम इन आदेशो को नहीं मानते तुमको जो करना है जाकर कर लो। जहां शिकायत करना है करो।
जिला अध्यक्ष रवि कांत गुप्ता द्वारा बताया गया कि जिला शिक्षा अधिकारी वह माननीय कलेक्टर महोदय भी अपने आदेशों का पालन कराने में असहाय नजर आ रहे हैं जिससे आप अधिक शिक्षक वरिष्ठ कार्यालय का सम्मान बचाने वाह अतिथि शिक्षकों के साथ न्याय कराने हेतु 22 सितंबर से आमरण अनशन करने हेतु योजना बना रहे हैं उन्होंने कहा है कि पीड़ित सभी अतिथि शिक्षक 22 सितंबर से कलेक्ट्रेट के सामने अपने सातवें अन्याय व वरिष्ठ कार्यालयों के आदेशों का पालन कराने हेतु आमरण अनशन करेंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
लोक शिक्षण संचनालय, कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी के आदेशों का नहीं हुआ पालन
जिले में अतिथि शिक्षकों के नियुक्ति व मानदेय संबंधित लोक शिक्षण संचनालय से लेकर कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी ने कई आदेश किए लेकिन कोई भी प्राचार्य आदेश को पालन करने में आना कानी करते रहे यहां तक की वरिष्ठ अधिकारी भी अपने आदेशो का पालन करवाने में असहाय नजर आए जिला शिक्षा अधिकारी ने दर्जनो आदेशों किये लेकिन उनके आदेश का पालन नही हुआ ।ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अब वरिष्ठ कार्यालय का सम्मान धीरे-धीरे सभी के मन से हटता जा रहा है।
SMC द्वारा नियुक्ति किसी और की, मानदेय किसी और को
जिले की भरतपुर संकुल के माध्यमिक शाला कपूरी में अतिथि शिक्षिका आरती द्विवेदी के को एसएमसी के द्वारा स्कूल में नियुक्त किया गया लेकिन उनका नाम पोर्टल से हटाकर किसी और को मानदेय भुगतान कर दिया गया इसी प्रकार संकुल खिरखोरी में प्राथमिक शाला ऐठी में इसी प्रकार कि कृत्य किया गया है। जिले के कई ऐसे संकुल रहे हैं जहां एस एम सी के द्वारा नियुक्ति किसी और अतिथि शिक्षक की गई लेकिन संकुल प्राचार्य व आहरण संवितरण अधिकारी के द्वारा किसी और को पोर्टल मे फीड कर मानदेय निकालकर दे दिया गया।
जिससे अतिथि शिक्षक वरिष्ठ कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं और वरिष्ठ कार्यालय से जांच के बाद उनके पक्ष में दर्जनों आदेश भी हो रहे हैं लेकिन उन आदेशों का पालन ना तो प्राचार्य कर रहे हैं ना ही आहरण संवितरण अधिकारी।
शिकायत करने पर FIR करा कैरियर खराब करने की धमकी दी जाती है
अतिथि शिक्षकों से बात करने पर उनके द्वारा बताया गया कि जब अतिथि शिक्षक प्राचार्य के द्वारा उनके साथ किए गए अमानवीय व्यवहार का शिकायत वरिष्ठ कार्यालय में करते हैं तो उनके ऊपर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी व प्राचार्य के द्वारा एफआईआर कराने की धमकी दी जा रही है और कहा जा रहा है कि हम तुम्हारा कैरियर खराब कर देंगे अतिथि शिक्षक अपने कैरियर को लेकर चिंतित हैं।
अतिथि शिक्षकों के त्यौहार रहे फीके
कार्यकारी अध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा व सिहावल ब्लॉक अध्यक्ष सनत कुमार के द्वारा बताया गया कि जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा 10 नवंबर को आदेश जारी किया गया था कि सभी अतिथि शिक्षकों का मानदेय भुगतान कार्यालय जिलाधिकारी से जारी आदेशों का पालन कर 15 नवंबर तक समस्त अधिक शिक्षकों का मानदेय भुगतान कर दिया जाए लेकिन किसी भी संकुल प्राचार्य ने उस आदेश को पालन करना जरूरी नहीं समझा और अतिथि शिक्षकों का त्यौहार फीखा हीरा पहले ही अतिथि शिक्षक स्कूलों से बाहर हैं और ऐसे में उन्हें पिछला मानदेय भी नहीं दिया जा रहा है।