भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव 2020 के बाद भारतीय जनता पार्टी में हारी हुई सीटों की समीक्षा शुरू हो गई है। मुरैना सीट से चुनाव हारे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रघुराज सिंह कंसाना का दावा है कि कुछ भाजपा नेताओं के भितरघात के कारण उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। कंसाना एक लिस्ट लेकर आए हैं जो संगठन के नेताओं को सौंप कर कार्रवाई की मांग करेंगे।
मुरैना विधानसभा उपचुनाव के परिणाम क्या थे
हाल ही में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में मुरैना सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के राकेश मावई को 53301 यानी 35.67% वोट मिले, जबकि बीजेपी के रघुराज कंसाना को 47550 यानी 31.82% वोट मिले। मुरैना सीट पर शुरुआती रुझानों में बसपा सबसे आगे चल रही थी, भाजपा दूसरी और कांग्रेस तीसरे नंबर पर चल रही थी। लेकिन अंतिम समय में पासा पलटा और कांग्रेस ने बड़े मार्जेन से जीत हासिल की।
भाजपा नेताओं ने पार्टी प्रत्याशी रघुराज सिंह कंसाना का विरोध क्यों किया
रघुराज सिंह कंसाना राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। साल 2018 में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर वे चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन बाद में इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ तय हुई शर्तों के अनुसार रघुराज सिंह कंसाना मुरैना से अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया परंतु भाजपा के स्थानीय नेताओं ने कांग्रेस से भाजपा में आए कंसाना को स्वीकार नहीं किया।