भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह को राजनीति का राजगुरु ऐसे ही नहीं कहते हैं। राधौगढ़ राज परिवार के युवराज, पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री जयवर्धन सिंह के लिए मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आलीशान और विशाल मेंडोरा महल की तैयारियां चल रही है। यह भव्य महल भोपाल शहर के नजदीक 2.45 हेक्टेयर जमीन पर जंगल में बनाया जाएगा। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने लैंडयूज़ भी बदल दिया है। इस महल के साथ एक कथा हमेशा के लिए जुड़ जाएगी और वह यह कि जिस जमीन पर यह महल बनकर तैयार हुआ है, इससे पहले यहां टाइगर रहा करते थे।
जयवर्धन सिंह के मेंडोरा महल के लिए 2.45 हेक्टेयर जमीन का लैंडयूज़ बदला
अधिकारियों ने मास्टर प्लान 2031 में मेंडोरा स्थित जयवर्धन सिंह की जमीन का लैंडयूज बदलकर आवासीय श्रेणी- रेसिडेंशियल जनरल फाइव (आरजी 5) कर दिया। वर्तमान मास्टर प्लान में पीएसपी लैंडयूज निर्धारित है। वन क्षेत्र से लगे दिग्विजय सिंह के परिवार की 11 खसरों की कुल 2.45 हेक्टेयर (करीब छह एकड़) भूमि के लैंडयूज बदलने के लिए आसपास के खसरों को आवासीय लैंडयूज में तब्दील कर दिया गया। इससे यहां आवासीय निर्माण हो सकेगा। साथ ही जमीन की कीमत में भी इजाफा होगा।
लैंड यूज़ परिवर्तन के खिलाफ 500 से ज्यादा आपत्तियां
मास्टर प्लान 2031 में बड़े तालाब व वन परिक्षेत्रों में प्लानिंग को लेकर पूर्व महापौर आलोक शर्मा भी आपत्ति दर्ज करा चुके हैं। गड़बड़ियों को देखते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की थी। मास्टर प्लान को लेकर 500 से अधिक आपत्तियां सिर्फ वन परिक्षेत्रों में शहरी विकास व लैंडयूज परिवर्तन को लेकर दर्ज कराई गई हैं।