नई दिल्ली। भारत के उन सभी सरकारी और प्राइवेट कर्मचारियों के लिए बड़ी समस्या है जो windows7 पर काम करना पसंद करते हैं या फिर उन्होंने windows7 पर ही काम करना सीखा है और इसके अलावा उन्हें कुछ नहीं आता। जिस विंडो सेवन की उन्हें आदत पड़ गई है वह खत्म होने वाला है। विंडोज 7 के जन्मदाता माइक्रोसॉफ्ट ने सपोर्ट देना बंद कर दिया है और जल्द ही गूगल क्रोम का सपोर्ट भी बंद हो जाएगा।
गूगल ने घोषणा कर दी है कि 2022 में विंडोज 7 के कंप्यूटरों पर क्रोम ब्राउज़र चलना बंद हो जाएगा। इसके चलते कर्मचारियों की इंटरनेट कनेक्टिविटी बंद हो जाएगी। या तो सरकार और कंपनियों को कंप्यूटर अपग्रेड करके विंडोज-10 इंस्टॉल करना होगा या फिर कंपनियां और सरकार किसी दूसरे ब्राउज़र पर काम करने के निर्देश दे सकती हैं। दोनों ही स्थितियों में कर्मचारियों की परेशानियां बढ़ने वाली है। क्योंकि ज्यादातर कर्मचारियों को एक बार फिर नए प्रकार के कंप्यूटर से दोस्ती करनी पड़ेगी।
दुनिया में 21% लोग Windows 7 यूजर
Net Market Share के अनुसार, दुनियाभर में 20.93 फीसदी लोग अब भी विंडोज 7 ऑपरेटिंग सिस्टम वाला कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं और कोरोना संकट काल में वर्क फ्रॉम होम के कारण पुराने कंप्यूटर का महत्व काफी बढ़ गया है। अगर गूगल क्रोम ऐसे कंप्यूटर को सपोर्ट नहीं करता तो यूजर्स के सामने मुश्किलें आ जातीं। पहले विंडोज 7 पर गूगल क्रोम सपोर्ट 15 जुलाई 2021 तक था, लेकिन अब यह जनवरी 2022 कर हो गया है। चिंता की बात यह है कि कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम बदलने के बाद कुछ पुराने कंप्यूटर काम करना बंद कर देंगे क्योंकि वह कंप्यूटर अधिकतम विंडोज 7 ताकि अपग्रेड हो सकते हैं।
पुरानी टेक्नॉलजी को अपग्रेड कराना जरूरी
उल्लेखनीय है कि गूगल ने साफ कर दिया है कि साल 2022 से गूगल क्रोम विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर ही अच्छे से चल पाएगा, ऐसी स्थिति में विंडोज 7 ऑपरेटिंग सिस्टम वाले पुराने कंप्यूटर यूजर्स को विंडोज अपग्रेड करवाना जरूरी है और उन्हें विंडोज 10 के इस्तेमाल पर जोर देना। आने वाले समय में लोगों को लेटेस्ट टेक्नॉलजी पर जोर देने की बाध्यता होगी, क्योंकि समय से साथ चीजें काफी बदल रही हैं और पुरानी टेक्नॉलजी धीरे-धीरे अप्रासंगिक होने लगीं हैं।