ग्वालियर। दल बदल के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया का साथ छोड़कर कमलनाथ का दामन थामने वाले युवा कांग्रेस नेता केदार कंसाना की 12 दुकाने गिरा दी गई। नगर निगम ने इन दुकानों को अवैध बताया है। जबकि केदार कंसाना का दावा है कि उन्होंने 1 इंच भी अवैध निर्माण नहीं किया था। वह इस कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट जाएंगे।
केदार कंसाना ग्वालियर पूर्व से विधानसभा उपचुनाव का टिकट चाहते थे
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से भाजपा में शामिल होते समय विधायकों के अलावा सैकड़ों समर्थकों ने भी सिंधिया के सम्मान के नाम पर कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस घटनाक्रम तक केदार कंसाना ज्योतिरादित्य सिंधिया के पक्के समर्थक माने जाते थे परंतु दल बदल के दौरान केदार कंसाना ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का साथ छोड़कर कमलनाथ का दामन थाम लिया। विधानसभा उपचुनाव के दौरान केदार कंसाना ग्वालियर पूर्व से विधायक पद का टिकट चाहते थे परंतु कमलनाथ के प्राइवेट सर्वे की रिपोर्ट में केदार कंसाना फेल हो गए।
अलकापुरी तिराहे पर केदार कंसाना का पूरा मार्केट तोड़ दिया
नगर निगम ने अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान गुरुवार दिनांक 3 दिसंबर 2020 को कांग्रेस नेता केदार कंसाना का पूरा मार्केट तोड़ दिया। कंसाना की 12 दुकानों का मार्केट सिटी सेंटर क्षेत्र के अलकापुरी तिराहे पर बना हुआ था। ग्वालियर में इस जमीन की कीमत करीब ₹60000000 बताई जाती है।
एसडीएम ने कहा: हमारे दस्तावेजों में यह जमीन सरकारी है, डिवाइडर बनाएंगे
प्रशासन का कहना है कि यहां डिवाइडर बनाए जाएंगे। मौके पर कांग्रेस नेता केदार पहुंचे और रजिस्ट्री दिखाने का प्रयास किया, पर एसडीएम विनोद भार्गव ने यह कहते हुए दस्तावेज नहीं देखे कि हमारे दस्तावेजों में यह जमीन सरकारी है।